गुलजार : शुक्र ने बनाया प्रशंसकों का प्रिय

पुखराज धारण करना लाभदायी रहेगा

पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे
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गुलजार का जन्म 18 अगस्त 1936 को ब्रिटिश इंडिया के समय डीना जो कि वर्तमान में पाकिस्तान है, में हुआ। जिस समय आपका जन्म हुआ उस समय मघा नक्षत्र चल रहा था, जिसके फलस्वरूप आप सुखी रहे एवं देश-विदेश में ख्याति प्राप्त की।

गुलजार के जन्म के समय चंद्र एवं सूर्य जिस राशि पर परिभ्रमण कर रहे थे वह क्रोधी स्वभाव के बनाते हैं, परंतु पराक्रमी एवं आर्थिक संपन्न भी बनाते है। चंद्र ने आपको बहुत संघर्ष कराया। सूर्य की कुंडली पर ‍दृष्‍टि डाले तो आपको कई बार अपनेवालों से ही विरोध का सामना करना पड़ा। साथ ही ऊंचा नाम कमाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। पत्रिका में बैठे मंगल की स्थिति भी यही संकेत देती है।

आपकी पत्रिका में मंगल जन्म के समय कर्क राशि पर परिभ्रमण कर रहा था, जो कि चंद्र की राशि है वह आर्थिक दृढ़ता लाती है। बुध की स्थिति दूसरों के लिए मददगार बनाती है एवं सारे ग्रहों की तकलीफें सरलतम हल हो जाती है। जन्म के समय गुरु वृश्चिक राशि पर विचरण कर रहा था, जो आपको धनी एवं क्षमाशील भी बनाता है। कुंडली में बैठा गुरु आपको सारे सुख प्रदान करता है एवं ख्याति भी दिलाता है। परंतु इतना सब होने पर भी जातक संतुष्ट नहीं होता है।

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शुक्र की स्थित‍ि आपको श्रेष्‍ठ स्थान पर पहुंचाने में पूर्ण सहयोग करती है। आज जो फिल्मी दुनिया में आपका स्थान है, वह शुक्र के प्रभाव से ही है। शुक्र ही श्रेष्ठ स्थान पर पहुंचाता है एवं श्रेष्ठ संगति कराता है। आपको सभी प्रशंसकों का प्रिय भी शुक्र ने ही बनाया है।

शनि की स्थिति से मित्र अस्थायी रूप में मिलते है, ऐसे योग बनते है। साथ ही यह स्थिति आपको रोगी भी बनाती है। अत: स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखना चाहिए। कभी-कभी विचार संकीर्ण रहत‍े है। मनोवृत्ति चिड़चिड़ाहट वाली हो सकती है।

पत्रिका में विराजित राहु एवं केतु की स्थिति आपको भाग्यवान एवं ओजस्वी बनाती है। आपका जन्म केत‍ु की महादशा में हुआ है, जिसका भोग्यकाल 7 माह 7 दिन रहा। वर्तमान में गुरु की महादशा चल रही है, जो कि 25-3-1998 से 25-3-2014 तक रहेगी। गुरु की महादशा में मंगल की अंतर्दशा 25-11-2010 से 1-11-2011 तक रहेगी एवं राहु की अंतर्दशा 1-11-2011 से 25-3-2014 तक रहेगी।

गुरु की महादशा में मंगल की अंतर्दशा चल रही है एवं मंगल की अंतर्दशा में शुक्र की प्रत्यंतर दशा 16-11-2011 तक रहेग‍ी। अत: गुरु एवं शुक्र की शांति अवश्य कराना चाहिए। अगस्त माह सामान्य ही रहेगा। सितंबर स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। अक्टूबर-नवंबर अच्छा रहेगा। दिसंबर में किसी की प्रकार की तकलीफ आ सकती है। अपने सभी अच्छे कामों में लिए आपको पुखराज धारण करना चाहिए।

इति शुभम्।

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