दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत की कुंडली वृष लग्न की है जिसमें राहु लग्न में, केतु सप्तम भाव में, द्वितीय भाव में मंगल, तृतीय भाव में सूर्य, शनि, शुक्र, चंद्रमा और छठे भाव में बृहस्पति विराजमान हैं। सूर्य की महादशा 6 वर्ष, 9 सितंबर 2009 से 9 सितंबर 2015 तक रहेगी। इस समय भारत की कुंडली में तृतीय भाव में 5 ग्रह एकसाथ बैठकर 'प्रवज्र राज योग' का निर्माण कर रहे हैं।