डूबे सत्यम के सितारे...

सत्यम कम्प्यूटर का घोटाला

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
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आज फिर एक बार हर्षद मेहता की याद ताजा हो गई, मैंने पूर्व आलेखों में जिक्र किया था कि हमारे कर्णधार इस और क्यों नहीं ध्यान देते। शेयर मार्केट आखिर इतनी तेजी से क्यों लुढ़का? अभी तो सत्यम सामने आया है। न जाने ऐसी कितनी कंपनियाँ होंगी जिनके राज दफन है, न जाने कौन कब उजागर हो?

सत्यम कम्प्यूटर की राशि कुंभ राशि आती है। इसका स्वामी शनि शत्रु होकर अपने पिता सूर्य की राशि सिंह में गोचर भ्रमण कर रहा है। और सत्यम कंप्यूटर के चेयरमैन रामलिंगा राजू का चौकानेंवाले रहस्योद्घाटन ने देश के शेयर बाजार में भूचाल ला खड़ा किया। अब सरकार नींद से जाग रही है।

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रामलिंगा की नाम राशि तुला है इसका स्वामी शुक्र है। और इसी कारण से रामलिंगा का प्रभाव बढ़ता चला गया। आपका जन्म 16.9.54 को मेष चन्द्र लग्न में मेष राशि में हुआ। आपके जन्म समय शनि उच्च का था एवं शुक्र साथ था अतः आपने कम्प्यूटर के क्षेत्र में अच्छी सफलता पाई।

आपकी पत्रिका में प्रशासनिक क्षमता का कारक गुरु उच्च का है वहीं मगल उच्चाभिलाषी होकर नीच के राहु के साथ विराजमान है। यह भी घोटाले का करण बना। राशि स्वामी मंगल के साथ राहु होने एवं शनि की तृतीय दृष्टि मंगल राशि स्वामी पर होने से आपने सत्यम का सत्यानाश कर दिया।

जहाँ धर्म एंव कर्तव्यनिष्ठा का कारक गुरु आपकी पत्रिका में उच्च का है जो वर्तमान में नीच का चल रहा है। शनि की नीच दृष्टि राशि पर पड़ रही है। ऐसा जातक एक न एक दिन डूबना ही है। अभी आपको राहु में केतु की अन्तरदशा में गुरु के प्रत्यन्तर में सुक्ष्म में राहु की प्राण दशा चल रही थी।

इनकी पत्रिका में राहु नीच का है। गुरु वर्तमान में नीच का चल रहा है और राहु साथ है। इस प्रकार देखा जाए तो इनके लिए समय प्रतिकूल ही था। जब-जब ऐसी स्थिति किसी की पत्रिका में बनती है तो ऐसा जातक औंधे मुँह गिर जाता है। हो सकता है किसी बड़े राजनेता का भी हाथ रहा हो।

आज आई.टी. क्षेत्रों पर अनिश्चितता के बादल मँडराते नजर आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में उन क्षेत्रों का क्या होगा भगवान ही मालिक है।
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