धनुष के जन्म के समय वाणी भाव का स्वामी बुध स्वर भाव में होकर चतुर्थ यानी जनता भाव के स्वामी के साथ है यही वजह है कि गायन के क्षेत्र तेजी से पहचान बनाने में सफल हुए।
लग्न का स्वामी शुक्र चतुर्थ भाव में नीचाभिलाषी है, जो संघर्षों के बाद सफलता भी देता है।