पंचम भाव (मनोरंजन) का स्वामी शुक्र दशम (व्यापार) भाव में स्वराशि का होने से नरगिस कला जगत से जुडीं। जब भाग्य का साथ भी मिल जाए तो क्या कहने।
पत्रिका में भाग्य का स्वामी बुध भी शुक्र के साथ है। राशि कन्या है व उसका स्वामी बुध है।
फिल्म जगत के लिए कला के कारक शुक्र का प्रभावी होना जरूरी रहता है, नरगिस की पत्रिका में शुक्र स्वराशि का होकर केन्द्र में होने से पंचमहापुरुष योग में से एक मालव्य योग बना रहा है। इसीलिए नरगिस का फिल्मी सफर बॉलीवुड में आकर चमका।
यदि पंचम भाव बलवान ना हो तो कला में सफलता नहीं मिलती। नरगिस की पत्रिका में उत्साह व साहस का कारक मंगल नीच का होकर सप्तम भाव में है, वहीं लग्न पर उच्च दृष्टि पड़ रही है। जितना परिश्रम करेंगी उतनी ही सफलता मिलेगी। कुल मिला कर आने वाला समय अच्छा है।