नरेन्द्र मोदी की जन्म कुंडली वृश्चिक लग्न की है जिसमें लग्न में ही मंगल और चन्द्र, चतुर्थ भाव में बृहस्पति, पंचम भाव में राहु, दशम भाव में शनि और शुक्र, एकादश भाव में सूर्य, बुध और केतु स्थित हैं।
मोदी की कुंडली में ऐसे कई शक्तिशाली योग हैं, जो बेहद अनोखे और ताकतवर संयोग बनाते हैं। मोदी कुंडली के अनुसार इस वर्ष उनकी चन्द्रमा में राहु की दशा रहेगी। चन्द्रमा लग्न में और राहु पंचम में स्थित हैं। दोनों ही ग्रहों की स्थिति एक-दूसरे से अच्छी है, परंतु पूरी तरह से त्रुटि मुक्त नहीं है।
चन्द्रमा और राहु दोनों ही अपनी नीच राशि में स्थित हैं हालांकि चन्द्रमा का नीच राजभंग हो रहा है। आने वाले लोकसभा चुनावों के बाद नरेन्द्र मोदी अपनी पार्टी को सरकार बनाने के बहुत नजदीक ले जाएंगे।
यहां ध्यान रखने वाली बात है कि मोदी की कुंडली में चन्द्रमा कमजोर है और राहु भी साथ नहीं दे रहा है इसलिए आने वाले समय में नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने के लिए दूसरे क्षेत्रीय दलों के समर्थन की आवश्यकता पड़ेगी।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि नरेन्द्र मोदी अपने दम पर सत्ता के बेहद करीब तो पहुंच जाएंगे, लेकिन उन्हें किसी सहारे की जरूरत निश्चित ही पड़ेगी।