प्रीति के जन्म के समय कालसर्प योग है। शनि, मंगल के साथ होने से ही वे वर्तमान में नेस वाडिया के खिलाफ आवाज उठाने को लेकर चर्चा में आईं। शनि, मंगल कहीं पर भी स्थित हो, वह क्षतिकारक होता है।
चतुर्थ स्थान जनता, परिवार व साझेदारी का भाव है इसमें तृतीय गुरु साथ होने से साझेदार से विवाद हुआ।
चन्द्र-केतु का चन्द्र से लग्न में होना भी मानसिक रूप से परेशानी का कारण बनता है। अभी शनि तुला में चल रहा है और चतुर्थ भाव पर नीच दृष्टि डाल रहा है, यह स्थिति 2 नवंबर तक रहेगी। यह समय प्रीति के लिए ठीक नहीं रहेगा। प्रीति को शनि का उपाय करना लाभदायक रहेगा।