मनोज की राजनीति में पहचान 2014 लोकसभा के चुनाव व भाजपा के प्रत्याशी के रूप में हुई। देखना होगा कि मनोज की राजनीतिक पारी कैसी रहेगी?
किसी भी कुंडली में राजनीति का भाव दशम होता है। दशम भाव में राजनीति का कारक मंगल स्वराशि का होकर राज्य भाव में पंचमहापुरुष योग में से एक रुचक योग बना रहा है इसी वजह से मनोज राजनीति में आ सके हैं।
वर्तमान में मंगल कन्या का होकर मनोज के जन्म लग्न से अष्टम भाव से व राशि लग्न से दशम भाव से भ्रमण कर रहा है। यह स्थिति जीत दिलाएगी, लेकिन उन्हें इसके लिऐ कड़ा परिश्रम करना होगा।
मनोज के जन्म के समय राहु व चन्द्र साथ-साथ हैं, यह एक प्रकार का ग्रहण योग होता है अतः जरूरी है कि परिश्रम करें तो ही सफलता नसीब हो सकती है। मनोज की पत्रिका में राहु नीच का है व गुरु भी नीच का है, जो सफलता प्राप्ति में मेहनत लेता है।
खास बात यह है कि ऊर्जा व साहस का कारक मंगल, राजनीति से संबंध रखता है, वह स्वराशि वृश्चिक का है जिसने मनोज को सफलता दिलाई है और आगे भी दिलाता रहेगा।