मंगल की दृष्टि पंचम भाव पर भी मित्र पड़ने से देश के विद्यार्थी, फिल्म-मनोरंजन से जुड़े लोग भी लाभान्वित होंगे। मंगल की अष्टम दृष्टि षष्ट भाव पर पड़ने से शत्रु पक्ष प्रभावहीन होंगे।
शपथ लग्न के समय दशम भाव का स्वामी सूर्य सप्तम भाव से लग्न को देखने से राज्य भाव भी प्रबल रहेगा।
शपथ लग्न के समय मंगल की राशि मेष पर स्वदृष्टि भी शत्रु पक्ष पर भारी ही पड़ेगी फिर वो आंतरिक हो या बाहरी। गुरु उच्चाभिलाषी है, जो 19 जून को उच्च का हो जाएगा। देश के लिए आने वाला समय सचमुच में ही अच्छे दिन आने का ही है ।