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रानी मुखर्जी : कलात्मक अभिव्यक्ति

खान-पान और विवादों से रखें परहेज

भारती पंडित
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रानी मुखर्जी का जन्म 21 मार्च 1978 को कोलकाता में हुआ। सूर्य कुण्डली के अनुसार रानी मीन लग्न और कर्क राशि की हैं। मीन लग्न और कर्क राशि दोनों ही कलात्मक अभिव्यक्ति को दिखाती है।

लग्न में शुक्र और बुध है जो कला के द्वारा प्रसिद्धि मिलने के सूचक हैं। वाणी भाव का स्वामी मंगल अपनी नीच राशि में है जो आवाज के भारीपन का भी कारण है। रानी की स्पष्टवादिता भी इसी के कारण है। गुरु की चतुर्थ स्थिति रानी को परिवार से जुड़ाव और विवादों से दूर रहने की प्रकृति को बताती है।

विवाह भाव का स्वामी बुध राहु-केतु के प्रभाव में है। जो विवाह में देरी, सही मैच न मिलने या विवाह न होने का कारण बन रहा है। वर्तमान में रानी शुक्र में बुध के अंतर से गुजर रही है। शुक्र दूसरे और आठवे भाव का स्वामी होकर विशेष लाभ के योग बनाता नजर नहीं आ रहा है। बुध का अंतर 21 फरवरी 2012 तक रहेगा।

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इस वर्ष की बात करें तो मार्च-अप्रैल में वाणी पर नियंत्रण रखना होगा। स्वास्थ्य कष्ट भी हो सकता है। मई और जून में यात्रा में हानि और व्यर्थ विवादों में फँसने के संकेत मिल रहे हैं। जुलाई ठीक है, अगस्त-सितंबर में स्वास्थ्य का ध्यान रखें, दान-धर्म करें। अक्टूबर से फरवरी का समय लाभदायक है, किसी नए कार्य, प्रोजेक्ट पर बात हो सकती है। विशेष सम्मान के योग नहीं है मगर धन लाभ संभव है। दिसंबर और मार्च में खर्च अधिक हो सकता है।

कार्य की अनुकूलता के लिए शिव जी की उपासना, वस्त्र दान करें। किसी निर्धन कन्या के विवाह में मदद करना चाहिए।

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