लालकृष्ण आडवाणी : वाणी पर रखें नियंत्रण

लालकृष्ण आडवाणी : हैप्पी बर्थ डे

पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे
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लालकृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर 1927 में पाकिस्तान में हुआ। उनके जन्म के समय आश्विनी नक्षत्र चल रहा था। इस प्रभाव से आडवाणी भाग्यशाली, कुशल, सफल एवं आर्थिक संपन्न है। भारी शरीर भी नक्षत्र का ही असर है।

आडवाणी की पत्रिका के अनुसार जन्म के समय चंद्र की स्थिति भागदौड़ कर लाभ कमाने वाला बनाती है। साथ ही लोभी स्वभाव का भी बनाती है। मंगल की स्थिति के कारण ही लालकृष्ण प्रबल पराक्रमी होते हुए भी कार्यों की विफलता के कारण दुखी एवं चिंतित रहते हैं।

जन्म के समय में गुरु मीन राशि पर परिभ्रमण कर रहा था। गुरु के कारण आडवाणी आज पार्टी के विशेष पद पर विराजमान है।

PTI
कुंडली में बैठे शुक्र क‍ी स्थिति हर सुख प्रदान करती है। यही स्थिति क्रीड़ा कौतुक पसंद करने वाला भी बनाती है। शुक्र के कारण ही कई बार आडवाणी अपने बयानों के कारण विवादों में आ जाते हैं। अपने गुण व कीर्ति का ह्रास करते है, पार्टी के खास और नज‍दीकी लोगों को अपना बैरी बना लेते हैं। अत: आडवाणी को इन बातों पर ध्यान देना चाहिए।

कुंडली में शनि की स्थिति आडवाणी को कटुभाषी बनाती है। राहु का प्रभाव आपको वायु एवं रक्त संबंधी तकलीफ दे सकता है।

लालकृष्ण आडवाणी को वर्तमान में शनि की महादशा चल रही है। इसकी अवधि 19 वर्ष है। यह 20-10-2009 से आरंभ हुई है और 20-10-2028 तक रहेगी। शनि की महादशा में वर्तमान बुध की अंतर्दशा 19-9-2011 से 20-5-2014 तक रहेगी। इसके बाद केतु की अंतर्दशा भी 20-5-2014 से 6-6-2015 तक रहेगी।

लालकृष्ण आडवाणी के लिए शनिवार का दिन विशेष शुभ है। शनिवार को लालकृष्ण आडवाणी सर्वोच्च कार्य करें तो सफलता दिलाएगा। नवंबर-दिसंबर का माह ठीक रहेगा। जनवरी 2012 से मार्च तक आपत्तिवाला समय रहेगा। विपक्षी दल एवं स्वयं की पार्टी का विरोध हो सकता है। अप्रैल 2012 में स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। मई-जून ठीक रहेगा। जुलाई, अगस्त, सितंबर अच्छा रहेगा।

वर्तमान में लालकृष्ण आडवाणी को गणेशजी की आराधना करना चाहिए। साथ ही शनि की शांति भी कराएं। आपको प्रत्येक व्यक्ति से सोच-समझ कर बातचीत करना चाहिए। किसी को मन का राज न बताएं। मूंगा एवं मोती का संयुक्त लॉकेट धारण करना चाहिए।

इति शुभम्।

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