विनोद खन्ना : समय महत्वपूर्ण रहेगा

राशि परिवर्तन राजयोग ने बनाया अभिनेता

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
IFM

प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता, विलेन, राजनेता, ओशोभक्त और कई सुपर हिट फिल्में देने वाले विनोद खन्ना का जन्म 6 अक्टूबर 1946 को पंजाब के गुरदासपुर में मकर चंद्र लग्न में हुआ।

आपकी पत्रिका में राशि स्वामी शनि, कर्क राशि में है व चंद्र मकर में है। इस प्रकार चंद्र-शनि में राशि परिवर्तन राजयोग का निर्माण हो रहा है। चंद्र-शनि का दृष्टि संबंध एक प्रकार का आध्यात्मिक योग का निर्माण करता है। तभी आपने सुपर हीरो होने के बावजूद ओशो यानी रजनीश के शिष्य बनकर अपना करियर दाँव पर लगाकर संन्यासी बन बैठे। और काफी वर्षों बाद फिर से फिल्मी जीवन की ओर मुड़े, लेकिन अब वो समय फिल्मी जीवन में पिकअप का नहीं रहा।

आपका फिल्मी सफर मनकामित से खलनायक के रूप में शुरू हुआ। इस फिल्म के हीरो सुनील दत्त के भाई सोमदत्त थे और हीरोइन लीना चन्दावरकर थी।

लग्नेश शनि लग्न को देख रहा है व कला जगत का कारक शुक्र, मंगल की राशि वृश्चिक में है। जो साहस, बल और उग्र स्वभाव का मालिक है। मंगल, शुक्र की राशि तुला में है। इस प्रकार इनमें भी राशि परिवर्तन राजयोग बनने के कारण आपका फिल्मों में आना व हर रोल में फीट होना रहा। आपने कई फिल्मों में खलनायक की भूमिका निभाई जिसमें पहचान, क्राँति आदि है। वैसे आपकी कई फिल्मों में बतौर हीरो के रूप में भी आए पर डाकू के सशक्त अभिनय वाली फिल्म 'मेरा गाँव मेरा देश', जिसमें आपका अभिनय व आपकी पहचान सिद्ध हुई।

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शुक्र की राशि तुला में गुरु, मंगल, बुध साथ होने से आपमें अभिनय क्षमता अतिसूक्ष्म थी। यदि आप ओशो के आश्रम न जाते तो शायद अमिताभ बच्चन की जगह होते। लेकिन भाग्य को यह मंजूर नहीं था। यहीं आकर इंसान को मानना पड़ता है कि भाग्य से ज्यादा व किस्मत से अधिक नहीं मिलता है। और इसका कारण राहु मध्य केतु के अन्दर सारे ग्रहों का होना भी रहा।

मंगल की स्वदृष्टि राशि लग्न से चतुर्थ भाव पर पड़ रही है व गुरु कि मित्र दृष्टि भी चतुर्थ भाव पर पड़ रही है। इस कारण आपको राजनेता के रूप में भी थोड़ी सफलता मिल ही गई। शनि की नीच दृष्टि, मंगल की राशि मेष पर पड़ने से पारिवारिक जीवन से भी कुछ वर्षों तक दूर रहे।

आपका चेहरा अत्याधिक आकर्षक व सेक्सी भी है। इसका एक कारण शुक्र का वृश्चिक राशि में केतु के साथ होना भी है। वृषभ में राहु का होना अध्यात्म व कुछ हद तक रजनीश आश्रम की ओर झुकाव रहा। अभी वर्तमान में शनि का गोचर भ्रमण कन्या से हो रहा है व गुरु मीन से व आगे मेष में रहेगा। अतः यह समय आपके लिए कुछ महत्वपूर्ण कहा जा सकता है। इस दौरान कोई महत्वपूर्ण अवार्ड या पद मिल सकता है।

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