॥ भवानीस्तुति ॥

Webdunia
WDWD
आनन्दमन्थरपुरन्दरमुक्तमाल्यं मौलौ हठेन निहितं महिषासुरस्य ।
पादाम्बुजं भवतु वो विजयाय मंजु-मंजीरशिंजितमनोहरमम्बिकायाः ॥1॥

ब्रह्मादयोऽपि यदपांगतरंगभंग्या सृष्टि स्थिति-प्रलयकारणतां व्रजन्ति ।
लावण्यवारिनिधिवी चिपरिप्लुतायै तस्यै नमोऽस्तु सततं हरवल्लभायै ॥2॥

पौलस्त्यपीनभुजसम्पदुदस्यमानकैलाससम्भ्रमविलोलदृशः प्रियायाः ।
श्रेयांसिवोदिशतुनिहनुतकोपचिह्नमालिंगनोत्पुलकभासितमिन्दुमौलेः ॥3॥

दिश्यान्महासुरशिरः सरसीप्सितानि प्रेंखन्नखावलिमयूखमृणालनालम्‌ ।
चण्डयाश्चलच्चटुलनूपुरचंचरीकझांकारहारि चरणाम्बुरुहद्वयं वः ॥4॥

॥ इति भवानी स्तुति संपूर्णा ॥

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

मंगला गौरी व्रत कब रखा जाएगा, क्या है माता की पूजा का शुभ मुहूर्त

भविष्य मालिका की भविष्यवाणी के अनुसार तीसरा विश्‍व युद्ध कब होगा, भारत में लगेगा मिलिट्री शासन?

सावन सोमवार से संबंधित आरती चालीसा सहित महत्वपूर्ण जानकारी

अमरनाथ यात्रा शुरू, बालटाल और नुनवान आधार शिविरों से पहला जत्था रवाना

कैलाश मानसरोवर भारत का हिस्सा क्यों नहीं है? जानिए कब और कैसे हुआ भारत से अलग?

सभी देखें

धर्म संसार

Weekly Horoscope 7-13 July 2025: सप्ताह भर की भविष्यवाणी: आपकी राशि के लिए क्या है खास? (जानें 12 राशियां)

मुस्लिम लोग मोहर्रम क्यों मनाते हैं, क्यों निकालते हैं ताजिये?

गुरु का मिथुन राशि में उदय, 12 राशियों का राशिफल

बाबा वेंगा के अनुसार 2025 के अगले 6 महीने इन 5 राशियों के लिए साबित होंगे लकी! कहीं आपकी राशि तो नहीं इनमें?

देवशयनी एकादशी की पूजा, उपाय, व्रत का तरीका, मंत्र और महत्व