मंगल अभियान की तैयारी करें-कलाम

Webdunia
शनिवार, 15 नवंबर 2008 (11:30 IST)
चंद्रयान-प्रथम की सफलता के बाद अब भारतीय वैज्ञानिकों को मंगल अभियान की तैयारी शुरू करना चाहिए।

यह बात पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने कही। एरोस्पेस प्रौद्योगिकी रखरखाव और ऑप्टीमाइजेशन में हाल में हुई प्रगति पर शुक्रवार को यहाँ दो दिन की राष्ट्रीय संगोष्ठी 'एरोस्पेस-2008' के उद्‍घाटन सम्बोधन में कहा कि चंद्रयान-प्रथम से मंगल अभियान की प्रेरणा लेना चाहिए।

उन्होंने कहा कि चंद्रयान अभियान की सफलता ने इसरो की तकनीकी और रचनात्मक उत्कृष्टता को साबित कर दिया है। उन्होंने देश में सस्ती और सुलभ हवाई सेवाओं के विकास पर जोर देते हुए उम्मीद जताई कि अगले पाँच वर्षों में 100 सीटों वाला जैट बना लिया जाएगा।

उन्होंने देश के श्रेणी दो और तीन शहरों में हवाई पट्टियाँ विकसित करने तथा हवाई सेवा को आम लोगों के दायरे में लाने के प्रयास करने पर जोर दिया।

संगोष्ठी का आयोजन एरोनॉटिकल सोसायटी ऑफ इंडिया (एएसआई) ने टर्मिनल बैलिस्टिक रिसर्च लैबोरेटरी (टीबीआरएल) वायु के तीन बेस रिपेयर डिपो केंद्रीय वैज्ञानिक उपकरण संगठन तथा हिम एवं हिमस्खलन अध्ययन संस्थान (सासे) के सहयोग से किया है।
Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?