नेहरूजी : कविता पाठ का प्रसंग

Webdunia
नेहरूजी : दो प्रसं ग
- वीणा श्रीवास्त व

काफी पुरानी बात है। पं. जवाहरलाल नेहरू देश के प्रधानमंत्री पद पर विराजमान थे। दिल्ली में हिन्दी की प्रतिष्ठित कवयित्री महादेवी वर्मा के सम्मान में एक समारोह का आयोजन किया गया था। पं. नेहरू भी उस समारोह में सम्मिलित हुए थे ।

उस समारोह में कविता पाठ के दौर भी चले। नेहरूजी ने बड़े मन से पूरे कार्यक्रम का आनंद लिया। जब वे चलने को हुए तो समारोह के आयोजक ने उनसे प्रार्थना क ी, ' इस शुभ अवसर पर कृपया आप भी कुछ बोलिए ।'

नेहरूजी ने तुरंत प्रश्न किय ा, ' क्या मैं भी कविता पढू ँ?'

आयोजक चुप रह गए। फिर नेहरूजी उठकर माइक पर पहुँचे और कहने लग े, ' क्या कहू ँ? महादेवीजी है ं, यहाँ बैठी हैं और जोरों से बैठी हैं ।'

उनके ऐसा कहते ही सारी सभा में ठहाके लगने लगे और इससे पहले कि लोगों की हँसी शांत ह ो, नेहरूजी मंच से उतरकर चल दिए।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

नमक-मिर्च वाली केरी खाने से पहुंचा रहे हैं सेहत को नुकसान, हो जाइये सावधान

लू लगने पर शरीर में दिखते हैं ये लक्षण, हीट स्ट्रोक से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय और ज़रूरी सावधानियां

गर्मियों में धूप में निकलने से पहले बैग में रखें ये चीजें, लू और सन टेन से होगा बचाव

इन कारणों से 40 पास की महिलाओं को वेट लॉस में होती है परेशानी

खुद की तलाश में प्लान करें एक शानदार सोलो ट्रिप, ये जगहें रहेंगी शानदार

सभी देखें

नवीनतम

हमास की टनल बैटल स्ट्रैटेजी का इजराइल पर खौफ,गाजा में न पक्का मकान बनेगा और न ही स्कूल या अस्पताल

पृथ्वी दिवस 2025: कैसे सुधारा जा सकता है धरती के पर्यावरण को?

ईस्टर पर 10 सुंदर और प्रेरणादायक धार्मिक विचार

यीशु मसीह की 10 प्रमुख कहानियां और उनका संदेश

ईसाई समुदाय में बनते हैं ईस्टर के ये पारंपरिक व्यंजन