पोलिश अमेरिकन्स आज भी अपने किचन के फर्श पर सूखी घास बिछाते हैं ताकि वो उस गौशाला जैसा माहौल लगे जहाँ यीशू ने जन्म लिया था। यही नहीं वे डायनिंग टेबल के पास दो खाली कुर्सियाँ भी रखते हैं। एक मदर मेरी के लिए व दूसरी नन्हें यीशू के लिए। इस उद्देश्य के साथ कि अगर कभी वे पनाह माँगते हुए घर के दरवाजे पर दस्तक दें, तो उनका स्वागत है।
फ्राँस में इस दिन के लिए घरों में एक 'थ्री किंग्स केक' बनाया जाता है जिसमें एक-एक बीज छुपा दिया जाता है। जिसके हिस्से में ये बीज आ जाए, वो एक दिन के लिए क्रमशः राजा-रानी बन जाता है।
जर्मनी में इस अवसर पर फलों की छोटी-छोटी फलों की गुड़ियाएँ, अदरकयुक्त ब्रेड के घर आदि बनाए जाते हैं। यहाँ बच्चे 'क्राइस्ट किड' के नाम मनपसंद उपहारों के लिए बकायदा खत लिखते हैं और उसे खिड़की पर टाँग देते हैं। यह क्राइस्ट किड सफेद परिधान और परों वाला एक फरिश्ता होता है जो सुनहरा मुकुट पहने होता है और बच्चों को गिफ्ट बाँटता है। उपहारों के लिए लिखे गए खतों के लिफाफों पर शक्कर के दानों से सजावट भी की जाती है ताकि वो चमकते रहें।
स्पेन में क्रिसमस गिफ्ट बच्चों तक जनवरी में पहुँचती है। क्योंकि एक पारंपरिक मान्यता के अनुसार 'तीन नजूमी' इसी दिन यीशू तक उपहार लेकर पहुँचते हैं। यहाँ तोहफों की आस में मोजे नहीं बल्कि जूते टाँगे जाते हैं, वो भी रात को घरों की बालकनी में। इन जूतों में ढेर सारी जौ की बालियाँ भर दी जाती हैं। उन ऊँटों के लिए जिन पर तीनों नजूमी रात भर सफर करके, गिफ्ट्स लेकर आएँगे। सुबह होने पर जूतों में बालियों की जगह तोहफे होते हैं।
बुल फाइट के लिए प्रसिद्ध स्पेन में क्रिसमस के दिन गाय को भी आदर देकर पूजा जाता है क्योंकि यीशू के जन्म के समय आखिर गौशाला में गाय ने भी यीशू को संरक्षण दिया था और अपनी साँसों के जरिए बच्चे को गर्माहट देने में भी मदद की थी।