प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को क्रिसमस पर्व (Christmas 2021) मनाया जाता है। यह प्रभु यीशु के जन्मदिन के मौके पर मनाया जाने वाला एक खास त्योहार होता है। इसे बड़ा दिन के नाम से भी जाना जाता है। क्रिसमस के दिन का इंतजार सभी को होता हैं, क्योंकि इस दिन ईसाई समुदाय के लोग यीशु के जन्मदिन की खुशी में एक-दूसरे को बधाइयां और शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान करते है तथा मैरी क्रिसमस Merry Christmas Massage के मैसेज भेजते हैं।
लेकिन क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि ईसाई समुदाय इस दिन हैप्पी क्रिसमस क्यों नहीं बोलते हैं। जैसे कि हम हैप्पी न्यू ईयर, हैप्पी ईस्टर, हैप्पी दिवाली, हैप्पी राखी या अन्य कोई त्योहार, तो फिर हैप्पी क्रिसमस Happy Christmas क्यों नहीं? आइए जानते हैं-
दरअसल, मैरी शब्द का अर्थ खुशी या आनंदित होना होता है। जर्मनिक और ओल्ड इंग्लिश को मिलाकर 'मैरी' शब्द बना है। सीधे तौर पर समझा जाए तो मैरी और हैप्पी इन दोनों शब्दों का एक ही अर्थ होता है यानी कि खुश होना या आनंदित होना। इसीलिए क्रिसमस की शुभकामना देते समय हैप्पी की जगह मैरी शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
इस संबंध में माना जाता है कि सोलहवीं (16वीं) शताब्दी में अंग्रेजी भाषा की शुरुआती अवस्था में मैरी शब्द आया था, जो कि अठराहवीं (18वीं) और उन्नीसवीं (19वीं) शताब्दी में अधिक प्रचलित हो गया था। मशहूर साहित्यकार चार्ल्स डिकेंस ने 'मैरी' शब्द को प्रचलन में लाया था और 'मैरी' Merry शब्द का सबसे ज्यादा उल्लेख उन्होंने अपनी बुक 'अ क्रिसमस कैरोल' में किया था, उसके बाद से ही हैप्पी Happy के बजाय 'मैरी' शब्द प्रचलन में आ गया। ऐसा कहा जाता है कि उसके पहले तक लोग 'हैप्पी क्रिसमस' शब्द का ही इस्तेमाल करते थे। लेकिन अब दोनों ही शब्द सही होने के बाद भी मैरी शब्द ज्यादा प्रचलन में है।
तभी से क्रिसमस के साथ हैप्पी की जगह मैरी शब्द का चलन शुरू हो गया। अगर आप भी 'हैप्पी क्रिसमस' कहें या 'मैरी क्रिसमस' इस बात को लेकर कंफ्यूज हैं तो आपको बता देते हैं कि आजकल प्रचलन में 'मैरी क्रिसमस' Merry Christmas ही है और अधिकतर देशों के लोग मैरी क्रिसमस बोलकर ही आपस में शुभकामनाएं देते हैं। दोनों शब्दों का अर्थ एक समान ही होने के कारण आप किसी भी शब्द का इस्तेमाल कर सकते हैं।