बजरंग पुनिया के पदचिन्हों पर चलते हुए रियो ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहलवान साक्षी मलिक ने भी कनाडा के पहलवान को 62 किग्रा वर्ग में हराकर गोल्ड मेडल जीत लिया। इससे पहले बजरंग पुनिया ने भी यह कारनामा किया था।
भारत की शीर्ष पहलवान साक्षी मलिक ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 में कनाडा की एना गोंज़ालेज़ के खिलाफ फाइनल में शानदार वापसी करते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया।
साक्षी ने गोंज़ालेज़ को चित्त (विन बाई फॉल) करके स्वर्ण पदक जीता। साक्षी पहले हाफ के अंत तक मैच में 4-0 से पीछे चल रही थीं, लेकिन दूसरे हाफ में उन्होंने शानदार वापसी की। साक्षी ने पहले गोंज़ालेज़ को दो बार टेकडाउन करके मैच को 4-4 की बराबरी पर पहुंचाया, और फिर अपनी प्रतिद्वंदी को चित्त करते हुए उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में अपना पहला स्वर्ण प्राप्त किया।
भारत कुश्ती में अब तक दो स्वर्ण और एक रजत सहित तीन पदक जीत चुका है। इससे पहले, अंशु मलिक 57 किग्रा महिला में रजत जबकि बजरंग पूनिया 65 किग्रा पुरुष वर्ग में स्वर्ण जीत चुके हैं।
बजरंग ने भी जीता था गोल्ड मेडल
तोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता बजरंग ने इंग्लैंड के जॉर्ज रैम पर तकनीकी श्रेष्ठता (10-0) से जीत दर्ज कर आसानी से फाइनल में जगह बनायी थी ।
गत चैम्पियन बजरंग मौरिशस के जीन गुलियाने जोरिस बांडोऊ को महज एक मिनट में पटखनी देकर 6-0 की जीत से सेमीफाइनल में पहुंचे। उन्हें क्वार्टरफाइनल में पहुंचने में दो मिनट से भी कम समय लगा जिसके लिये उन्होंने शुरूआती दौर में नौरू के लोवे बिंघम को गिराकर 4-0 से आसान जीत दर्ज की।
बजरंग ने एक मिनट अपने प्रतिद्वंद्वी को समझने में लिया और फिर जकड़ने की स्थिति से अचानक बिघंम को पटक कर मुकाबला खत्म कर दिया। बिंघम को इस अचानक से हुए दांव का पता नहीं चला और भारतीय पहलवान आसानी से जीत गया।