जूडो कराटे में आया एक और मेडल, विजय कुमार ने जीता कांस्य

Webdunia
सोमवार, 1 अगस्त 2022 (23:54 IST)
बर्मिंघम:भारतीय जूडो खिलाड़ी एल सुशीला देवी और विजय कुमार यादव ने राष्ट्रमंडल खेलों में क्रमश: महिलाओं के 48 किलो और पुरूषों के 60 किलो वर्ग में सोमवार को यहां रजत और कांस्य पदक अपने नाम किया।

सुशीला को फाइनल में बेहद करीबी मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की मिशेला वाइटबूइ ने 4.25 मिनट में हराया। चार मिनट के नियमित समय में दोनों जूडो खिलाड़ियों कोई अंक नहीं बना पाए थे। वाइटबूट ने इसके बाद गोल्डन अंक जुटा कर मुकाबला जीत लिया। वहीं यादव ने साइप्रस के पेट्रोस क्राइस्टोडोलिडेस को इप्पोन से अंक जुटाकर मात दी।

सुशीला ने ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेल 2014 में भी रजत पदक जीता था।सुशीला ने इससे पहले सेमीफाइनल में मॉरीशस की प्रिसिला मोरांड को इप्पोन को शिकस्त देकर अपना पदक पक्का किया था। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में मालावी की हैरियट बोनफेस को हराया था।

यादव ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विरोधी की गलतियों का पूरा फायदा उठाया और 58 सेकंड के भीतर ही जीत दर्ज कर ली।

पुरूषों के 60 किलो रेपेशाज में यादव ने स्कॉटलैंड के डिनलान मुनरो को हराकर कांस्य पदक के मुकाबले में जगह बनाई थी । यादव को क्वार्टर फाइनल में आस्ट्रेलिया के जोशुआ काज ने मात दी थी ।

वहीं जसलीन सिंह सैनी पुरूषों के 66 किलोवर्ग के सेमीफाइनल में स्कॉटलैंड के फिनले एलेन से हारने के बाद कांस्य पदक के लिये खेलेंगे।

सैनी सुबह सेमीफाइनल में आसानी से पहुंच गए थे लेकिन ढाई मिनट से भी कम चले मैच में एलेन ने ‘इप्पोन’ करके अंक जुटाये जिससे सैनी को पराजय का सामना करना पड़ा।

सैनी के पास अभी भी पदक जीतने का मौका है जो कांस्य पदक के प्लेआफ में आस्ट्रेलिया के नाथन काज से खेलेंगे।सुचिका तरियाल ने महिलाओं के 57 किलो रेपेशाज में दक्षिण अफ्रीका की डोन्ने ब्रेटेनबाश को हराकर कांस्य पदक के मुकाबले में जगह बना ली। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख