बासी भोजन से दूरी बनाए रखें

Webdunia
NDND
कहने को तो हम प्रतिदिन भरपूर मात्रा में हरी सब्जियाँ, अंकुरित अनाज, फल, जूस, सूप, सलाद व संतुलित मात्रा में पोषक तत्वयुक्त भोजन करते हैं। वहीं दूसरी ओर लगभग 90 प्र.श. व्यक्ति विभिन्न पोषकजन्य बीमारियों, कमर दर्द, सिर दर्द आदि व्याधियों से पीड़ित हैं। नेत्र ज्योति कमजोर होना, थकान होना, हाथ-पैरों में सूजन आम बीमारियाँ हैं।

आखिर हमारे खानपान, पाक विधि में कहीं न कहीं कोई त्रुटि अवश्य है जिससे हमारे द्वारा लिया जा रहा उत्तम आहार भी उतना प्रभावी नहीं होता जितना होना चाहिए। भारतीय पाक कला, व्यंजनों की विविधता, लजीजता विश्वविख्यात हैं। भारतीय महिलाएँ तो इस कला में निपुण होती हैं, किन्तु भोजन बनाने के दौरान वे ऐसी गलतियाँ कर बैठती हैं जिससे उसकी पौष्टिकता बहुत कम हो जाती है अथवा नष्ट हो जाती है। अतः आवश्यक हो जाता है कि भोजन पकाते समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखा जाए।

जिस समय भोजन करना हो उसी वक्त बनाएँ। बार-बार गरम करने से विटामिन नष्ट हो जाते हैं। जरूरत से ज्यादा भोजन न बनाएँ। बासी भोजन स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है अथवा उसे फेंकना पड़ता है। दोनों ही स्थितियाँ हानिकारक हैं।

दाल, चावल आदि रगड़-रगड़कर न धोएँ, इससे ऊपरी सतह पर विद्यमान पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।

कोई भी अनाज एकदम बारीक न पिसवाएँ, विशेषकर गेहूँ तो चोकरयुक्त ही पिसवाएँ।

हरी सब्जी, दाल, चावल फ्राइंग पेन अथवा प्रेशर कुकर में ही पकाएँ। इससे ईंधन तो बचता ही है, पोषक तत्व भी कम से कम नष्ट होते हैं।

Show comments

इन विटामिन की कमी के कारण होती है पिज़्ज़ा पास्ता खाने की क्रेविंग

The 90's: मन की बगिया महकाने वाला यादों का सुनहरा सफर

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है नारियल की मलाई, ऐसे करें डाइट में शामिल

गर्मियों में ये 2 तरह के रायते आपको रखेंगे सेहतमंद, जानें विधि

गर्मियों की छुट्टियों में बच्चों के साथ जा रहे हैं घूमने तो इन 6 बातों का रखें ध्यान

कार्ल मार्क्स: सर्वहारा वर्ग के मसीहा या 'दीया तले अंधेरा'

राजनीति महज वोटों का जुगाड़ नहीं है

जल्दी निकल जाता है बालों का रंग तो आजमाएं ये 6 बेहतरीन टिप्स

मॉरिशस में भोजपुरी सिनेमा पर व्‍याख्‍यान देंगे मनोज भावुक

गर्मी के मौसम में कितनी बार सनस्क्रीन लगाना चाहिए, जानिए सही समय