इंदौर। मध्यप्रदेश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे इंदौर जिले ने महामारी के खिलाफ टीकाकरण का अहम मुकाम मंगलवार को हासिल कर लिया। जिले में 18 साल से ज्यादा उम्र वाले सभी लक्षित लोगों को महामारी रोधी टीके की पहली खुराक दे दी गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं इंदौर के लोगों को बधाई देना चाहता हूं क्योंकि यहां 100% पात्र आबादी को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज़ दी जा चुकी है।
अधिकारियों के मुताबिक साढ़े 7 महीनों के अभियान के बाद इंदौर में 18 साल से ज्यादा उम्र वाले सभी लक्षित लोगों को महामारीरोधी टीके की पहली खुराक दे दी गई है और देशभर में 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले जिलों में यह मुकाम हासिल करने में इंदौर अव्वल रहा है।
जिलाधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि हमने जिले में 28,07,559 पात्र लोगों को कोविड-19 रोधी टीका लगाने का लक्ष्य तय किया था। अब तक हम जिले के 28,08,212 नागरिकों को टीके की पहली खुराक दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि समूचे देश में 10 लाख से अधिक आबादी वाले जिलों में इंदौर पहला जिला बन गया है, जहां शत-प्रतिशत लक्षित आबादी को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। सिंह ने बताया कि 28,08,212 नागरिकों में से करीब 10 लाख लोगों को टीके की दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है।
गौरतलब है कि राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हालिया इंदौर दौरे में प्रशासन को लक्ष्य दिया था कि वह जिले की 100 फीसदी लक्षित आबादी को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक देने का काम 31 अगस्त तक पूरा करे।
अधिकारियों ने बताया कि इंदौर में कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी से हुई थी और पहले दौर में स्वास्थ्य कर्मियों को टीके की खुराक दी गई थीं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इंदौर जिले में अब तक कोविड-19 के कुल 1,53,055 मरीज मिले हैं। इनमें से 1,391 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है। हालांकि महामारी की दूसरी लहर के कमजोर पड़ने पर इन दिनों जिले में रोजाना मिलने वाले नए संक्रमितों की तादाद इकाई अंक पर सिमट गई है।(भाषा)