मुख्य बातें
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केंद्रीय टीम ने किया दौरा
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ओणम तक मामले बढ़ने की आशंका
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सरकार ने पांबदियों में दी ढील
केरल (Kerala) में कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों ने चिंताओं को बढ़ा दिया है। इस बीच एक और डराने वाली खबर सामने आई है। एनडीटीवी की एक खबर के मुताबिक केरल में 40 हजार संक्रमण के ऐसे मामले सामने आए हैं, जिन्हे कोरोना वैक्सीन के दोनो डोज दे दिए गए थे।
इसके अलावा कुछ जिलों में कई लोग कोरोना होने के बाद दूसरी बार फिर संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय को इस बात का भी डर है कि वायरस में किसी तरह का म्यूटेशन तो नहीं जिससे लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कम हो गई हो।
केरल के 8 जिलों का दौरा कर चुकी 6 सदस्यीय एक केंद्रीय टीम ने कहा है कि 1 अगस्त से 20 अगस्त तक राज्य में कोविड-19 के करीब 4.6 लाख मामले सामने आ सकते हैं। केंद्रीय टीम का नेतृत्व करने वाले राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के निदेशक डॉ सुजीत सिंह ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ओणम का त्योहार (20 अगस्त) नजदीक आने के साथ अनलॉक (पाबंदियां हटाने की) गतिविधियों और पर्यटन स्थलों को खोलने से चुनौतिपूर्ण परिदृश्य उत्पन्न हो गया है और यह चिंता का विषय है।
केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि देश में पिछले 7 दिनों में सामने आए कोविड-19 के आधे से अधिक मामले केरल से हैं। सिंह ने कहा कि इस दक्षिणी राज्य में टीके की दोनों खुराक के बाद भी अधिक संख्या में पुनर्संक्रमण के मामले हैं और इस विषय की जांच की जा रही है। राज्य में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद राज्य सरकार ने मॉल्स में दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है।
बुधवार से केरल के मॉल्स में दुकानें खुल गई हैं। कोरोना गाइलाइंस का सख्ती से पालन करना होगा। केरल हाईकोर्ट को राज्य सरकार ने बुधवार को बताया कि जिन लोगों को अभी तक कोविड-19 रोधी टीके नहीं लगे हैं या दवा से एलर्जी या किसी अन्य बीमारी के कारण टीके नहीं ले पाए हैं, वे किराने सहित खाद्य पदार्थ खरीदने जैसे आवश्यक कार्यों के लिए घरों से बाहर जा सकते हैं बशर्ते उनके घर में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जिसे टीका लगा हो या जिसके पास संक्रमित नहीं होने की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट हो।