COVID-19 : रेमडेसिविर, टोसिलिजुमैब और फैबीफ्लू की कालाबाजारी, 11 आरोपी गिरफ्तार

Webdunia
शुक्रवार, 7 मई 2021 (17:59 IST)
इंदौर (मध्य प्रदेश)। कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं की कालाबाजारी के चार अलग-अलग मामलों में यहां कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

पुलिस अधीक्षक (पूर्वी क्षेत्र) आशुतोष बागरी ने बताया कि शहर के अलग-अलग स्थानों से पकड़े गए 11 आरोपियों के कब्जे से रेमडेसिविर तथा टोसिलिजुमैब के कुल 14 इंजेक्शन और फैबीफ्लू की गोलियों के 5 बक्से बरामद किए गए हैं।

उन्होंने बताया, ये आरोपी कोविड-19 की दवाओं के जरूरतमंद ग्राहकों से वॉट्सएप कॉल पर बात कर रहे थे और वे अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) से कहीं ऊंचे दामों पर रेमडेसिविर, टोसिलिजुमैब और फैबीफ्लू का सौदा कर रहे थे।बागरी ने बताया कि सभी 11 आरोपियों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत जेल भेजने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।
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उन्होंने यह भी बताया कि इनमें से कुछ आरोपियों के तार गुजरात में नकली रेमडेसिविर बनाने के कारखाने से जुड़ रहे हैं। बागरी के मुताबिक, गुजरात पुलिस की मदद से इस बारे में विस्तृत जांच जारी है। खबरों के मुताबिक, इंदौर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी जोरों पर है। गुजरात के मोरबी से नकली इंजेक्शन की खेप इंदौर पहुंचाई जा रही थी।
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इसी गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने देर रात विजय क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पूरे खेल का मास्टर माइंड रीवा का रहने वाला है। जो फैक्ट्री से नकली इंजेक्शन लेकर आता था। आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से जरूरतमंदों के साथ संपर्क करते और कम से कम 35 से 40 हजार रुपए में एक इंजेक्शन बेचा करते थे। इसके अलावा शहर के लसुड़िया और कनाड़िया पुलिस ने भी आधा दर्जन मामलों में 8 से ज्यादा इंजेक्शन जब्त किए हैं।
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पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी ने बताया कि पुलिस को लगातार जानकारी मिली थी कि रेमडेसिविर इंजेक्शन सोशल मीडिया के जरिए बेचे जा रहे हैं। सूचना के बाद पुलिस ने घेराबंदी की तो दो लोग एक्टिवा के साथ खड़े नजर आए। पुलिस को देखते ही इन्होंने दौड़ लगा दी।

पुलिस ने जब इनसे रात्रि कर्फ्यू के बाद भी घूमने की वजह पूछी तो ये बहाने बनाने लगे। इस पर पुलिस ने इनके पैंट की जेब खंगाली तो 2 रेमडेसिवर इंजेक्शन इनके पास से मिले। इंजेक्शन को लेकर इनके पास कोई दस्तावेज नहीं थे। पुलिस ने इनके पास से 4 रेमडेसिविर, 2 मोबाइल और दोपहिया वाहन बरामद किया है।सभी आरोपियों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।

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