लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक मरीज में ब्लैक, व्हाइट और यलो तीनों तरह के फंगस मिले हैं। मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गाजियाबाद के बाद यह देश का दूसरा मामला है।
डॉक्टरों के मुताबिक फंगस का पता शुरुआती चरण में लग गया है। इसलिए मरीज की हालत अभी बहुत गंभीर नहीं है।
63 वर्ष की सरस्वती वर्मा की एक महीने पहले रिपोर्ट निगेटिव आई थी। लेकिन बाद में चेहरे में भारीपन, आंख व सिर में दर्द शुरू हो गया। परेशानी बढ़ने पर उन्होंने अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एमआरआई रिपोर्ट में फंगस की पुष्टि हुई। इसके बाद जब इंडोस्कोपी की गई तो पता चला कि मरीज के अंदर तीनों ही रंगों के फंगस हैं। नाक में ब्लैक फंगस पाया गया, साइनस में यलो और मैग्जिलरी बोन के ऊपर व्हाइट फंगस पाया गया है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के ही गाज़ियाबाद में एक मरीज़ में ब्लैक फंगस के साथ-साथ व्हाइट फंगस और यलो फंगस भी मिला था। गाजियाबाद के जिस मरीज में यलो फंगस पाया गया है, उसकी उम्र 34 साल है और वह कोरोना से संक्रमित रह चुका है। इसके साथ ही वह डायबिटीज से भी पीड़ित है।
यलो फंगस अभी तक मरीजों में मिले ब्लैक और व्हाइट फंगस से ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है।