नई दिल्ली। भारतीय रेल ने एक मई से अभी तक कुल 302 'श्रमिक स्पेशल' ट्रेनें चलाईं हैं, जिनके माध्यम से कोरोना वायरस (Corona virus) कोविड-19 लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे कामगारों में से 3 लाख से ज्यादा को उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया है।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि भारतीय रेल ने शनिवार को 47 ट्रेनें चलाने की योजना बनाई थी, जिनमें से 34 रवाना हो चुकी हैं। प्रत्येक ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेन में 24 डिब्बे हैं और उनमें 72 सीटें हैं, लेकिन सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए प्रत्येक डिब्बे में सिर्फ 54 लोगों को बैठने की अनुमति दी जा रही है।
इन ट्रेनों में मिडिल बर्थ (शयनयान की बीच वाली सीट) किसी को नहीं दी जा रही है। रेलवे ने अभी तक इन ट्रेनों के संचालन पर आए खर्च के बारे में कुछ नहीं कहा है, लेकिन अधिकारियों ने संकेत दिया कि रेलवे प्रत्येक ट्रेन पर करीब 80 लाख रुपए खर्च कर रही है।
सरकार ने इस संबंध में पहले कहा था कि इन ट्रेनों के संचालन में आने वाले खर्च का वहन केन्द्र और राज्य सरकारें 85:15 के अनुपात में करेंगी। ‘श्रमिक स्पेशल’ ट्रेनों का संचालन शुरु होने के बाद सबसे ज्यादा ट्रेनें गुजरात से रवाना हुई हैं, वहीं केरल दूसरे स्थान पर है। इन ट्रेनों में से सबसे ज्यादा का गंतव्य बिहार और उत्तर प्रदेश रहा है।(भाषा)