जम्मू। जम्मू कश्मीर में कोरोना के कारण मौत के आंकड़ों में तेजी के साथ ही अब ब्लैक फंगस ने भी दस्तक दे दी है। प्रदेश में एक मामला ब्लैक फंगस का आया है। जबकि मरने वालों की संख्या 3450 को पार कर गई है। चिंता की बात यह है कि मौतों के मामले में जम्मू अब कश्मीर से आगे निकलने की दौड़ लगाए हुए हैं।
जम्मू कश्मीर में कोविड संक्रमण के बीच ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) के मरीज भी मिलने लगे हैं। कोरोना के बीच ब्लैक फंगस एक नई चुनौती बनकर आया है। जीएमसी जम्मू में शुक्रवार को ब्लैक फंगस का पहला मरीज पाया गया है जिसमें इस बीमारी के लक्षण देखने को मिले। जीएमसी जम्मू की प्रिंसिपल डॉ. शशि सूदन ने इस बारे में जानकारी दी।
जानकारी के अनुसार जीएमसी जम्मू में भर्ती कोरोना मरीज का शुगर स्तर अधिक था और उसे स्टेरायड देना पड़ा जो कि ब्लैक फंगस होने का मुख्य कारण हो सकता है। मरीज कोरोना निगेटिव हो चुका है पर उसकी हालत गंभीर है। वहीं डाक्टरों का कहना है कि ब्लैक फंगस कोरोना की तरह एक व्यक्ति से दूसरे में नहीं फैलता है।
इस बीच कोरोना संक्रमण के बीच जिले में मौतों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। कारोना के कारण या फिर अन्य कारणों से हुई मौतों पर अप्रैल में सर्वाधिक 2200 मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। वहीं, मई के पहले पांच दिन में ही 600 डेथ सर्टिफिकेट नगर निगम ने जारी किए। प्रदेश में कोरोना 3450 लोगों को लील चुका है।
सूत्रों के अनुसार कोरोना संक्रमण के कारण मौतों का ग्राफ बढ़ा है। उक्त आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में हर रोज साठ से सत्तर के बीच लोग मर रहे हैं। जीएमसी में मरने वालों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। जीमएसी में मौत के बाद लिखित जानकारी नगर निगम के पास आती है। इसके बाद मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होता है।