ऋषिकेश। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की उत्तराखंड यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा में तैनात 7 पुलिस कर्मियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पौड़ी स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सपरिवार स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम में रात्रि विश्राम के लिए रुके हुए हैं।
उनकी सुरक्षा व्यवस्था के लिए राज्यभर के विभिन्न जिलों से भारी पुलिस बल को बुलाया गया है। परमार्थ निकेतन कार्यक्रम में ड्यूटी में तैनात 7 पुलिस के जवान कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद एक सुरक्षाकर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया गया है। इसके बाद ऐसे में सभी उन जवानों की जानकारी जुटाई जा रही है जिनके साथ इन संक्रमितों का सम्पर्क हुआ था।
गंगा आरती में शामिल हुए : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सपत्नीक परमार्थ निकेतन पहुंच गंगा आरती में शामिल हुए । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दो दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पर हैं।राष्ट्रपति के आगमन पर परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती और साध्वी भगवती सरस्वती ने उनका स्वागत किया।राज्यपाल गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत भी इस मौके पर मौजूद रहे।
उत्तराखंड में फिर बढ़ने लगा संक्रमण : उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण फिर बढ़ने लगा है। प्रदेश में बीते 24 घंटे में 36 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। 10 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 176 हो गई है। जबकि शनिवार को प्रदेश में 150 सक्रिय मरीज थे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार रविवार को 5336 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। सात जिलों बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है।
पौड़ी में सबसे ज्यादा 19 केस मिले हैं। अल्मोड़ा और हरिद्वार में दो-दो, नैनीताल में सात, देहरादून में पांच और ऊधमसिंह नगर में एक संक्रमित मरीज मिला है।प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 344219 हो गई है। इनमें से 330476 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7407 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदेश की रिकवरी दर 96.01 प्रतिशत और संक्रमण दर 0.67 प्रतिशत दर्ज की गई है। उत्तराखंड में आज की डेट में 176 केस एक्टिव हैं आज उत्तराखंड में कोरोना के (36) मामले सामने आए।