नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने मंगलवार को कहा कि वह एक मई से अबतक 76 श्रमिक विशेष ट्रेनें चला चुका है, जिनमें कोरोना काल में अन्य राज्यों में फंसे करीब 70 हजार प्रवासी श्रमिक अपने गृह जिले में पहुंच चुके हैं।
रेलवे ने अभी आधिकारिक रूप से यह नहीं बताया है कि इन सेवाओं पर कितनी रकम खर्च हो रही है। सरकार का कहना है कि इसका 85 प्रतिशत खर्च केन्द्र सरकार जबकि 15 प्रतिशत खर्च राज्य सरकारें उठाएंगी।
अधिकारियों ने हालांकि संकेत दिए हैं कि मंगलवार सुबह तक चलाई गई 67 ट्रेनों पर करीब 50 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। सूत्रों ने कहा कि रेलवे, प्रति श्रमिक विशेष ट्रेन सेवा पर लगभग 80 लाख रुपए खर्च कर रहा है। (भाषा)