भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक अच्छी खबर भी आई है। भोपाल स्थित कपंनी किलपेस्ट इंडिया लिमिटेड ने कोरोना वायरस की टेस्टिंग किट बनाई है। कंपनी की इस कोविड -19 टेस्टिंग किट को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने मान्यता भी दे दी है।
कोविड -19 का टेस्टिंग किट बनाने वाली किलपेस्ट देश की दूसरी कंपनी है। इसके पहले पुणे की माईलैप कंपनी ने कोरोना की टेस्टिंग किट बनाई थी जिसको ICMR ने अपनी मंजूरी दी थी। किलपेस्ट ने जो टेस्टिंग किट बनाई है उससे ढाई घंटे में कोविड -19 की जांच की जा सकेगी।
देश में तेजी से बढ़ते हुए कोरोना की मामलों के बीच किलपेस्ट ने जो टेस्टिंग किट बनाई है उससे कोरोना जांच काफी कम खर्च में हो जाएगी। अब तक कोरोना की जांच में जो खर्च चार हजार रुपए से अधिक आता है वह इस किट से करने पर एक हजार से भी कम पड़ेगा। कंपनी के डायरेक्टर धीरेंद्र दुबे के मुताबिक इस नई किट से परीक्षण करने से सरकार पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा और अब नए उपकरण खरीदने की जरुरत भी नहीं पड़ेगी।
मध्यप्रदेश में वर्तमान में कोरोना टेस्टिंग किट्स का स्टॉक 4050 का है। गुरुवार को कोरोना समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने इस बात की जानाकारी दी।। उन्होंने कहा कि वर्तमान टेस्ट क्षमता 480 है जो आगामी 10 अप्रैल तक 1000 हो जाएगी। इसके साथ ही सरकार के पास पीपीई किट्स की संख्या 6000 हो गई है। इसके साथ मध्यप्रदेश में बनी किट्स को डीआरडीओ ने एप्रूव कर दिया है। पीपीई किट को पहनने से कोरोना संकट में कार्य कर रहे अमले में आत्मविश्वास आता है।