Corona काल में छत्तीसगढ़ में बड़ा ही विचित्र मामला सामने आया है। यहां लड़का-लड़की की शादी हुई, दुल्हन की विदाई भी हुई, लेकिन ससुराल की देहलीज पर कदम रखने से पहले दूल्हा-दुल्हन दोनों को ही क्वारंटाइन कर दिया गया।
दरअसल, मध्यप्रदेश के नौरोजाबाद में प्रशासन की अनुमति के बाद सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक विवाह संपन्न हुआ। बेटी को परिजनों ने पूरे उत्साह और खुशी के साथ ससुराल के लिए विदा भी किया। लेकिन, जब विवाहित जोड़ा छतीसगढ़ के कोरिया जिले के मनेन्द्रगढ़ पहुचा तो शहर की सीमा में तैनात टीम ने दूल्हा-दुल्हन, उसकी मां को प्रशासन द्वारा बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में 14 दिन के लिए रख दिया।
कोरिया जिले में मनेन्द्रगढ़ के बदनसिंह मोहल्ला निवासी सुशील गुप्ता की 6 मई को सुमन नामक लड़की से नौरोजाबाद में संपन्न हुई, जिसमें दोनों पक्षों को मिलाकर कुल 9 लोग विवाह में शामिल हुए थे।
सुशील एक गाड़ी में अपनी मां और छोटे भाई के साथ बारात लेकर गया था। विवाह के बाद जब सुशील अपनी दुल्हन लेकर लौटा तो उसे शहर की सीमा पर ही रोक लिया गया। विवाह की बाकी रस्में तो पीछे छूट गई, बल्कि दूल्हा-दुल्हन और उसकी मां को ही सरकारी भवन में 14 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया गया। दूल्हे की मां लक्ष्मी शुगर और बीपी की मरीज हैं।
हालांकि प्रशासन को जब पूरे मामले का पता लगा तो दूल्हा-दुल्हन को होम क्वारंटाइन कर दिया गया। आपको बता दें कि शादी का कार्ड बांटने उत्तरप्रदेश गए दूल्हे के पिता लॉकडाउन की शुरुआत से ही वहीं फंसे हुए हैं और और अपने लड़के की शादी तक नहीं देख सके।