लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना वायरस (Corona virus) कोविड-19 महामारी से प्रदेश की जनता को सुरक्षित करने के लिए रात-दिन एक कर रहे हैं और अधिकारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं तो वहीं राजधर्म का पालन करते हुए प्रदेश की जनता को इस दौरान किसी प्रकार की दिक्कतें ना हो इसका भी ख्याल रख रहे हैं।जिसके चलते उन्होंने प्रदेश के समस्त अधिकारियों को आदेशित कर रखा है कि प्रदेश में कोई भूखा ना रहे इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाकर अधिकारियों को प्रदेश के सभी निराश्रित लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिस निराश्रित व्यक्ति के पास राशन न हो उसे खाद्यान्न के लिए 1 हजार रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए।ऐसे लोगों के राशन कार्ड भी बनाए जाएं, जिससे उन्हें नियमित तौर पर खाद्यान्न मिलता रहे।
हर हाल में यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रदेश में कोई भूखा न रहे और साथ ही साथ इस बात का भी ख्याल रखा जाए कि किसी निराश्रित व्यक्ति के गंभीर रूप से बीमार होने की दशा में यदि उसके पास आयुष्मान भारत योजना अथवा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का कार्ड नहीं है तो उसे तात्कालिक मदद के तौर पर 2 हजार रुपए दिए जाएं।ऐसे निराश्रितों के समुचित उपचार की व्यवस्था भी की जाए। किसी निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसके परिवार को अंतिम संस्कार के लिए 5 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के बॉर्डर क्षेत्र में कामगारों/श्रमिकों के लिए भोजन एवं पेयजल की व्यवस्था प्रभावी रूप से संचालित होती रहे।प्रदेश से विभिन्न राज्यों को जाने वाले कामगारों/श्रमिकों के लिए भी भोजन-पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।प्रदेश आने वाले कामगारों/श्रमिकों को क्वारंटाइन सेंटर ले जाया जाए।
वहां मेडिकल स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए कामगारों/श्रमिकों को राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटाइन के लिए घर भेजा जाए तथा अस्वस्थ लोगों के उपचार की व्यवस्था की जाए।होम क्वारंटाइन के दौरान कामगारों/ श्रमिकों को एक हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया जाए।
मुख्यमंत्री ने क्वारंटाइन सेंटर तथा कम्युनिटी किचन व्यवस्था को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि निगरानी समितियों के सक्रिय रहने से संक्रमण को रोकने में मदद मिल रही है।इसलिए निगरानी समितियों के सदस्यों से नियमित संवाद कायम रखते हुए इनके द्वारा किए जा रहे सर्विलांस कार्य का फीडबैक प्राप्त किया जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लॉकडाउन को सफल बनाए रखने के लिए पुलिस द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जाए।यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए और किसी को किसी प्रकार की समस्या न होने पाए।