भारत में कैसे काबू में आएगा Corona, अमेरिकी स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने बताया प्लान

Webdunia
मंगलवार, 4 मई 2021 (18:14 IST)
वॉशिंगटन। अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फौसी ने भारत में कोरोना की स्थिति को 'अत्यंत खतरनाक' बताया है। उन्होंने भारत सरकार से सेना सहित अपने सभी संसाधनों का इस्तेमाल तत्काल फील्ड अस्पताल के निर्माण में करने की सलाह दी है। अमेरिकी अधिकारी ने दुनिया के अन्य देशों से अपील की है कि वे भारत को मेडिकल सामग्री की आपूर्ति करने के साथ-साथ चिकित्साकर्मी भेजकर भी संकटग्रस्त देश की मदद करें। डॉ. फौसी ने भारत के कोरोना संकट पर विस्तार से बातचीत की है।      
ALSO READ: केंद्रीय मंत्री मंडाविया का दावा, रेमडेसिविर का उत्पादन बढ़कर प्रतिमाह 1.05 करोड़ शीशी हुआ
इस सवाल पर कि वह भारत की स्थिति का आंकलन कैसे करेंगे। डॉ. फौसी ने कहा, 'यह सभी को पता है कि भारत की स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई है। मेरे कहने का यह मतलब है कि भारत में अभी जिस तरह का संक्रमण है यह वास्तव में गंभीर है। 
 
आपके यहां इतनी बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं और आपके पास सभी की देखभाल करने वाले संसाधन का अभाव है। आपके अस्पतालों में बेड्स की कमी और मेडिकल ऑक्सीजन की किल्लत है। आपके पास मेडिकल सामग्री की कमी है। यह देखते हुए दुनिया के देशों को मदद के लिए आगे आने की जरूरत है। जितनी मदद हो सकती है वे करें।' 
ALSO READ: Facebook का यह टूल करेगा आपकी मदद, कहां मिलेगी Corona वैक्सीन
इस सवाल पर कि दुनिया भारत की मदद कैसे कर सकती है, डॉ. फौसी ने कहा कि 'मुझे लगता है कि दुनिया के देश मेडिकल सामग्री भेजकर और यहां तक अपने चिकित्साकर्मी भेजकर मदद कर सकते हैं। भारत को फिलहाल मेडिकल सामग्री को तत्काल जरूरत है। अमेरिका भारत को पहले ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन सांद्रक और ऑक्सीजन जेनरेटर के यूनिट्स भेज रहा है। हम भारत के विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। 
 
अमेरिकी स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने कहा कि 'कुछ चीजें ऐसी हैं जिसे भारत में तत्काल किए जाने की जरूरत है। सबसे पहले यह जरूरी है कि भारत ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लगाए। भारत वही टीका लगा सकता है जो उसने अपने यहां विकसित किया है। जरूरत पड़ने पर उसे अन्य देशों से टीका खरीदना चाहिए। टीका बेचने के लिए जो देश तैयार हैं उनसे टीका खरीदा जा सकता है। टीका लग जाने भर सी समस्या समाप्त नहीं होगी। टीकाकरण समस्या को टाल देता है। भारत को तत्काल जो चीज करने की जरूरत है, वह यह है कि आप देश में लॉकडाउन लगाएं। मैं यह जानता हूं कि भारत के कुछ हिस्सों में यह चल रहा है।'
 
डॉ. फौसी ने कहा कि 'आप देखें चीन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड ने क्या किया? इन सभी देशों ने अपने यहां एक तय समय तक पूर तरह से लॉकडाउन लगा दिया। आपको छह महीने तक लॉकडाउन लगाने की जरूरत नहीं है। आपको इसे कुछ सप्ताह लगाने की आवश्यकता है।'
 
डॉक्टर फौसी ने कहा कि 'दूसरी चीज मैं यह कहना चाहूंगा कि आपको याद होगा कि जब स्थिति काफी गंभीर हो गई तो चीन ने क्या किया। उसने अपने संसाधनों का तेजी से इस्तेमाल किया। उसने नए अस्पताल बनाए। इससे जरूरतंद लोगों को तत्काल अस्पताल में भर्ती किया जा सका। इस तरह का काम अभी भारत में नहीं हो रहा है। मैं देख पा रहा हूं कि भारत के अस्पतालों में बेड्स की कमी है। भारत अपनी सेना की मदद से फील्ड अस्पताल का निर्माण कर सकता है। इससे जरूरतमंद लोगों को बेड मिल सकेगा। मैं भारत को यही सुझाव दूंगा। (भाषा) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख