Corona in Delhi: नए साल पर कोरोना केस में अचानक तेज उछाल, CM केजरीवाल बोले- चिंता की बात नहीं

Webdunia
रविवार, 2 जनवरी 2022 (17:00 IST)
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि शहर में कोविड-19 के दैनिक मामले और उपचाराधीन मरीजों की संख्या भले ही बढ़ रही हो, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि ज्यादातर मरीजों में या तो लक्षण नहीं हैं या बहुत हल्के लक्षण हैं और लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ रही है।
 
उन्होंने यह दिखाने के लिए आंकड़े प्रस्तुत किए कि मामलों में वृद्धि के बावजूद, अस्पतालों में बिस्तर की जरूरत 1 प्रतिशत से भी कम है और पिछले साल अप्रैल में आई कोरोनावायरस की घातक दूसरी लहर की तुलना में बहुत कम है।
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केजरीवाल ने सम्मेलन में कहा कि वर्तमान में, शहर में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 6,360 है और आज (रविवार) 3,100 नए मामले सामने आ सकते हैं। सभी मामले हल्के हैं और उनमें से ज्यादातर रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता नहीं है।
 
उन्होंने कहा कि उपचाराधीन मामलों की संख्या 29 दिसंबर, 2021 को करीब 2,000 रहने के बाद एक जनवरी को करीब 6,000 हो गई, लेकिन अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या इस दौरान घटी। उन्होने कहा कि 29 दिसंबर, 2021 को 262 बिस्तरों पर लोग भर्ती थे, लेकिन 1 जनवरी को यह संख्या सिर्फ 247 थी।
 
केजरीवाल ने कहा कि नए स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक केवल 82 ऑक्सीजन बेड पर मरीज हैं और 99.72 प्रतिशत बिस्तर खाली हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन दिनों में इस संख्या में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है, जिसका मतलब है कि किसी नए मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है। जरूरत पड़ी तो दिल्ली सरकार ऐसे 37 हजार बिस्तर के लिए तैयार है।
 
उन्होंने कहा कि पिछले साल 27 मार्च को दिल्ली में 6,600 उपचाराधीन मरीज थे और 1,150 ऑक्सीजन बिस्तर भरे हुए थे। उन्होंने कहा कि उस वक्त 145 मरीज वेंटिलेटर पर थे, और अब बस पांच हैं।
 
उन्होंने यह भी कहा कि उस अवधि के दौरान दिल्ली में एक दिन में लगभग 10 मौतें दर्ज हो रही थी। वर्तमान में, दैनिक मृत्यु संख्या शून्य या एक है।

दिल्ली में शनिवार को 2,716 नए मामले सामने आए, जो पिछले साल 21 मई के बाद से सबसे ज्यादा हैं और संक्रमण दर बढ़कर 3.64 प्रतिशत हो गई है।
 
केजरीवाल ने कहा कि 1 अप्रैल को, जब शहर में पिछली बार लगभग 2,700 मामले दर्ज किए गए थे, तब लगभग 1,700 ऑक्सीजन बेड भर गए थे और 231 मरीज वेंटिलेटर पर थे।

उन्होंने कहा कि मैं ये आंकड़े यह दिखाने के लिए पेश कर रहा हूं कि वर्तमान में कोरोना वायरस के मामले बहुत हल्के हैं और इससे घबराने की जरूरत नहीं है। हमें जिम्मेदारी से काम करना है, मास्क पहनना है, नियमित रूप से हाथ धोना है और सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन करना है।

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