लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से शनिवार को 226 और मरीजों की मौत हो गई जबकि संक्रमण के 6,046 नए मामले सामने आए हैं। आंशिक कोरोना कर्फ्यू को 31 मई की सुबह 7 बजे तक बढ़ा दिया है।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि संक्रमण के मामलों में खासी कमी आई है। उन्होंने बताया कि 24 अप्रैल को राज्य में सर्वाधिक 38,055 मामले आए थे और उसकी तुलना में आज सिर्फ 6,046 मामले आए जो 84.02 प्रतिशत कम हैं।
राज्य में पिछले 24 घंटे में 226 और मरीजों की मौत के बाद अब तक कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 18,978 हो गई है जबकि 6,046 नए मामले मिलने के बाद अब तक के कुल संक्रमितों का आंकड़ा 16,65,176 हो गया है।
प्रसाद ने बताया कि 6,046 नए संक्रमितों के सापेक्ष पिछले 24 घंटे में 17,540 कोरोना संक्रमित स्वस्थ होकर घर गए हैं और अब तक प्रदेश में 15,51,716 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने वाले मरीजों का प्रतिशत अब 93.02 प्रतिशत हो गया है।
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले 22 दिनों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कमी आई है। इस समय प्रदेश में 94,482 मरीज उपचाराधीन हैं जो 30 अप्रैल के सक्रिय मामलों 3,10,783 की तुलना में 69.06 प्रतिशत कम हैं।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य ने नमूनों की जांच को लेकर नया रिकॉर्ड बनाया है और शुक्रवार को पिछले 24 घंटे में तीन लाख से अधिक जांच करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है। प्रसाद के अनुसार, अभी तक राज्य में 4.64 करोड़ से अधिक नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है।
शनिवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, राज्य में पिछले 24 घंटे में गोरखपुर में संक्रमण के 755, मेरठ में 421, देवरिया में 292, लखनऊ में 291, वाराणसी में 231 और गौतमबुद्धनगर में 213 नए मामले सामने आए हैं जबकि इसी अवधि में लखनऊ में 21, वाराणसी और मैनपुरी में 14-14, गोरखपुर में 12, कानपुर नगर और मेरठ में 10-10 और मरीजों की मौत हो गई है।
विरोध करने वाले लगवा रहे हैं टीके : उत्तर प्रदेश में सत्ता की बागडोर संभालने के बाद शनिवार को इटावा में सैफई के अपने पहले दौरे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो लोग 'भाजपा वैक्सीन' का विरोध कर रहे थे, वे अब इसकी प्रशंसा कर रहे हैं और इसे मुफ्त में मांग रहे हैं, यह उनके 'दोहरे चरित्र' को दर्शाता है।"
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कथित तौर पर कोविड-19 टीके का शुरू में विरोध किया था और इसे 'भाजपा वैक्सीन' करार दिया था। सैफई समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पैतृक निवास स्थान है। योगी आदित्यनाथ शनिवार को उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई में कोविड अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेने पहुंचे।
पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, 'जो लोग पहले टीके का विरोध कर रहे थे, वे अब खुद ही टीका लगवा रहे हैं, लोग अब टीके के समर्थन में आ गए हैं क्योंकि यह एक सुरक्षा कवच है। मैं सभी से टीकाकरण कराने का आग्रह करता हूं।" मुख्यमंत्री योगी ने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार 10 साल से कम उम्र के बच्चों के माता-पिता को कोविड की संभावित तीसरी लहर से पहले टीका लगाएगी क्योंकि इससे बच्चों पर जोखिम कम होगा।
मुख्यमंत्री पहले आयुर्विज्ञान संस्थान पहुंचे जहां उन्होंने कोविड-19 मरीजों से मुलाकात की और ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिए यहां नवनिर्मित 1000 लीटर ऑक्सीजन संयंत्र का निरीक्षण किया। बाद में उन्होंने प्रशासनिक भवन में अधिकारियों के साथ बैठक की और अधिकारियों को कोविड के समय में गरीबों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगला कदम राज्य भर के सभी जिलों में न्यायिक अधिकारियों और मीडिया कर्मियों के लिए अलग-अलग केंद्र बनाना है। उन्होंने दावा किया कि राज्य कोविड-19 के खिलाफ अपनी लड़ाई में सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि जल्द ही हम पूरे उत्तर प्रदेश में नए ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करेंगे ताकि आने वाले समय में राज्य को ऑक्सीजन की कमी का सामना न करना पड़े। इस दौरान उत्तरप्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, लोकसभा सदस्य रामशंकर कठेरिया, भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और जिला अधिकारी भी मौजूद रहे। (भाषा)