इंदौर। कोरोना वायरस के मद्देनजर शहर में जारी Lokdown के बीच कलेक्टर मनीष सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा है कि स्कूल संचालक अभिभावकों पर फीस के लिए दबाव नहीं बनाएं अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यदि स्कूल संचालकों द्वारा अभिभावकों पर दबाव बनाया जा रहा है तो वे मुझे लिखित में शिकायत दें। मैं ऐसे स्कूलों पर सीधे कार्रवाई करूंगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जांच के लिए मैं एसडीएम और मजिस्ट्रेट की भी नियुक्ति कर दूंगा। हालांकि उन्होंने लोगों से एक बार फिर अपील की कि वे घरों में ही रहें।
शहर की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं : कलेक्टर सिंह ने बताया कि कोविड-19 के चलते शहर के कई छोटे-बड़े अस्पताल एक तरह से बंद ही हो गए थे, जिनमें प्रशासनिक अधिकारियों की निगरानी निर्धारित कर उन्हें पुनः सेवाएं शुरू करने के लिए निर्देशित किया गया है। चूंकि अस्पताल शुरू हो रहे हैं तो पैथोलॉजी लैब की भी जरूरत होगी। अत: उन्हें भी शुरू किया जा रहा है।
इसी क्रम में एक निजी लोक परिवहन ऑनलाइन कंपनी की 50 टैक्सियों को बतौर एम्बुलेंस तैयार किया गया है। ये टैक्सी कोविड-19 के अलावा अन्य किसी भी हेल्थ इमरजेंसी में जरूरतमंदों को अस्पताल तक ले जा सकेंगी, जिसे नागरिक एप के माध्यम से आरक्षित कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि बैकलॉग सैंपल नहीं बचे हैं, लगभग 95 फीसदी की रिपोर्ट आ चुकी है। सर्वे टीम के संबंध में उन्होंने कहा कि हाईरिस्क पेशेंट की पहचान कर उसका इलाज सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।