नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के अब तक 20 मामले सामने आए हैं। ब्रिटेन से आए लोगों में नए स्ट्रेन के मिलने से इससे यह चिंता पैदा हो गई कि इस बीमारी के खिलाफ भारत की लड़ाई और जटिल हो सकती है जबकि रोजाना नए मामलों की संख्या में कमी आ रही है।
मंत्रालय ने बताया मंगलवार को NCDC दिल्ली में 14, NIBG कोलकाता के समीप कल्याणी में 7,NIV पुणे में 50, निमहंस में 15, सीसीएमबी में 15, आईजीआईबी में 6 समेत कुल 107 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है।
संक्रमितों के जीनोम सिक्वेंसिंग से पता चला है कि वे वायरस के नए स्वरूप से संक्रमित हैं। 8 दिल्ली, 1 कोलकाता के समीप कल्याणी, 1, एनआईवी पुणे, 7 निमहंस, 2 सीसीएबी, 1 आईजीआईबी में संक्रमित पाए गए हैं।
कोरोना संक्रमित सभी यात्रियों की जीनोम सीक्वेंसिंग : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के 'जीनोम सीक्वेंसिंग' दिशा-निर्देश संबंधी दस्तावेज में कहा गया है कि पिछले 14 दिन (9 से 22 दिसंबर तक) में भारत पहुंचे सभी अंतरराष्ट्रीय यात्री, यदि उनमें लक्षण हैं और संक्रमित पाए गए हैं तो वे जीनोम सीक्वेंसिंग का हिस्सा होंगे।
रखें इन 3 बातों का ध्यान : इस बीच वैज्ञानिकों ने कहा कि ब्रिटेन से आए लोगों में मिले कोरोनावायरस के नए स्वरूप पर काबू के लिए मास्क, सैनिटाइजर, सामाजिक दूरी जैसे मानक बचाव तंत्र प्रभावी होंगे। इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि नए स्वरूप को लेकर चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है तथा यह नैदानिक रूप से अधिक गंभीर नहीं है।