भोपाल। कोरोना के कहर से जूझ रहे मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में अब सेना मदद करेगी। प्रदेश में स्थित सैन्य अस्पतालों में कोरोना मरीजों का इलाज हो सकेगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात कर प्रदेश में स्थित आर्मी अस्पतालों को मरीजों के लिए खोल देने का अनुरोध किया था। इस पर रक्षा मंत्री ने प्रदेश में स्थित आर्मी अस्पतालों की सेवाएं जनता को मिल सके इसका पूरा आश्वासन दिया।
रक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे सुदर्शन चक्र कोर कमांडर अतुल्य सोलंकी और ब्रिगेडियर आशुतोष शुक्ला ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों को सेना के अस्पतालों और आइसोलेशन केंद्रों में स्थान दिया जाएगा। सेना के भोपाल स्थित हॉस्पिटल में 150, जबलपुर में 100, सागर में 40 और ग्वालियर में 40 बेड की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही आगे और स्वास्थ्य व्यवस्था में सेना अपना सहयोग देगी। बैठक में सेना के अधिकारियों ने मरीजों की समुचित देखभाल के लिए पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध कराने के लिए भी आश्वस्त किया।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यकता हुई तो सरकार सेना अस्पतालों में आइसोलेटेड रोगियों के लिए ऑक्सीजन व्यवस्था भी उपलब्ध करवाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक तरह का युद्ध है। सेना के साथ हम मिलकर लड़ेंगे और विजय प्राप्त करेंगे।
वहीं आज मुख्यमंत्री ने एक बार फिर सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि मोहल्ला, कॉलोनी, गांव, कस्बे से लोग 30 अप्रैल तक न निकले। लोगों की सहमति से उनसे आग्रह करें कि 30 अप्रैल तक घर में ही रहे। बहुत आवश्यकता हो तो आपसी सहमति से लोग बाहर आए और आवश्यक सामग्री लेकर वापस जाए। इसके साथ 24 घंटे में टेस्ट रिपोर्ट मिलने की व्यवस्था को अमलीजामा पहनाए। इसके साथ जितनी जरुरत है उतनी संख्या में तत्काल कोविड केयर सेंटर खोले।