लखनऊ। दुनिया के सबसे बड़े शैक्षणिक बोर्ड माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की हाईस्कूल और इंटरमीडियट की परीक्षाओं पर एक बार फिर कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी का साया गहरा गया है। परीक्षाओं से जुड़े 19 में से 17 अधिकारी कोरोना की चपेट में आ गए हैं और उनके ठीक होने के बाद ही इस सिलसिले में आगे कोई बात बढ़ सकेगी।
राज्य के माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा मंत्री उपमुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने बताया, हमारी परीक्षाएं 24 अप्रैल से निर्धारित थीं, जिनको हमने कोरोना का संक्रमण देखते हुए आठ मई से निर्धारित किया है। अभी हम प्रतिदिन समीक्षा कर रहे हैं। हम सम्यक परीक्षण के बाद इस विषय पर मुख्यमंत्री के साथ बैठने वाले भी थे, लेकिन दुर्भाग्य से वह खुद ही कोरोना संक्रमित हो गए।
उन्होंने कहा, हमारे 19 अधिकारी हैं, जो सीधे बोर्ड की परीक्षाओं से संबंधित होते हैं। उनमें से 17 संक्रमित हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। हमारे अपर मुख्य सचिव, विशेष सचिव, संयुक्त सचिव और निदेशक कोविड-19 संक्रमित हो चुके हैं। उनके स्वस्थ होते ही हम इस संबंध में विचार-विमर्श करने के बाद मुख्यमंत्री से बात करेंगे। उसके बाद हम आठ मई से होने वाली परीक्षा के संदर्भ में कुछ कह पाने की स्थिति में होंगे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद का प्रयागराज बोर्ड दुनिया का सबसे बड़ा शैक्षणिक बोर्ड है, जिसमें हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के लगभग 57 लाख परीक्षार्थी प्रतिवर्ष परीक्षा देते हैं।
शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साथ बैठक करके पूरे देश के परिप्रेक्ष्य में विद्यार्थियों और शिक्षकों के हितों को देखते हुए व्यापक विचार-विमर्श के बाद निर्णय लिया है कि हाईस्कूल की परीक्षा रद्द होगी और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं फिलहाल स्थगित की गई हैं।
अब एक जून को फैसला होगा कि उसके बारे में क्या नीति अपनाई जाए और 15 दिन पहले इंटरमीडिएट के छात्रों को परीक्षा के बारे में सूचना दी जाएगी। स्थितियां सामान्य होने पर यह सारी गतिविधियां होंगी ऐसा निर्णय लिया गया है।(भाषा)