पलेरमो। इटली में कोरोना वायरस की महामारी और दिनोदिन खराब होती माली हालत के बीच लोग खाने-पीने का सामान नहीं खरीद पा रहे हैं। इसकी वजह से सिसली के सुपर मार्केट में स्थानीय लोगों ने लूटपाट की जिसके बाद वहां सुरक्षा के लिये लाठियों और बंदूक से लैस पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
कोरोना वायरस इटली में अब तक 10 हजार 23 लोगों की जान ले चुका है। देश में कोरोना वायरस की वजह से मची अफरातफरी का फायदा उठा माफिया भी खुद को नए सिरे से संगठित कर रहे हैं, जो प्रशासन के लिए नई चुनौती है।
'ला रिपब्लिका' अखबार के मुताबिक, स्थानीय लोगों को समूह पलमेरो स्थित सुपरमार्केट में भुगतान किए बिना सामान लेकर भाग गए। किसी एक व्यक्ति को कैशियर के काउंटर पर चिल्लाते हुए सुना गया कि हमारे पास देने को पैसे नहीं है लेकिन हमें खाना चाहिए। सिसली के एक अन्य शहर जहां पर छोटी दुकानों को खोलने की अनुमति है, वहां स्थानीय लोगों ने मुफ्त में खाना देने का दबाव बनाया।
अखबार को इस क्षेत्र के प्रभारी मंत्री ग्यूसेप प्रोवेनज़ानो ने बताया कि इलाका 'सामाजिक टाइम बम' बनता जा रहा है और डर है कि अगर हालात ऐसे ही बने रहे तो स्वास्थ्य, आय और भविष्य के बारे में अधिकतर आबादी की जो चिंता है वह किसी भी दिन गुस्से और नफरत का रूप ले सकती है।
इस घटना के बाद सुपरमार्केट की सुरक्षा सशस्त्र सुरक्षाकर्मी कर रहे हैं। इस बीच सरकार में माफिया के खिलाफ जांच करने वाले शीर्ष अधिकारी गिउसेप्पे गवर्ले ने बताया कि इतालवी माफिया इस संकट को अवसर में तब्दील कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि सिसली में ऐतिहासिक कोसा नोस्त्रा से लेकर कैलब्रिअ के शक्तिशाली नाद्रेंघेता और नेपल्स के कामोर्रा तक जो हाशिये पर चले गए थे कोरोना वायरस की महामारी के दौरान खुद को दोबारा संगठित कर रहे हैं।
आर्थिक खुफाई इकाई ने गुरुवार को बताया कि इटली की अर्थव्यवस्था इस साल सात फीसदी तक सिकुड़ सकती है और इटली में करीब 65 प्रतिशत छोटे और मझोले कारोबार दिवालिया हो सकते हैं।