लखनऊ। उत्तरप्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण शुरू होने के बाद से रविवार को पहली बार ऐसी स्थिति आई जब उपचारित होकर घर गए लोगों का आंकड़ा सक्रिय संक्रमण के मामलों से अधिक रहा।
प्रमुख सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि जब से कोरोना वायरस संक्रमण फैला है, सोमवार शाम पहली बार ये स्थिति आई कि उपचारित होकर छुट्टी पाने वाले लोगों की संख्या 1758 थी और सक्रिय संक्रमण के मामलों की संख्या 1735 रही। यह अच्छा लक्षण है।
प्रसाद ने बताया कि कल कुल 4754 सैम्पल की जांच हुई। पूल टेस्ट में कल 289 पूल लगाए गए। इनमें से 32 पूल पॉजिटिव पाए गए। पूल में कुल 1445 सैम्पल की जांच की गई।
उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु ऐप का हम लगातार उपयोग कर रहे हैं। देश में बड़ी संख्या में लगातार लोग उसे डाउनलोड कर रहे हैं। उसका लाभ भी देखने को मिल रहा है। उससे जितने अलर्ट मिल रहे हैं, जनपदों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं ताकि जनपदों में लोगों से संपर्क कर उनका हालचाल पूछा जा सके।
प्रमुख सचिव ने बताया कि इसके अलावा लखनऊ मुख्यालय स्थित नियंत्रण कक्ष से भी लगातार लोगों को फोन किया जा रहा है। अब तक 2722 लोगों को फोन किया गया। उनमें से दस लोग पॉजिटिव निकले, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
लौट रहे हैं कामगार : प्रसाद ने कहा कि प्रवासी कामगार हर रोज अलग-अलग राज्यों से लौट रहे हैं । क्वारंटाइन में रखे गये श्रमिकों एवं कामगारों को लेकर कई जिलों से संक्रमण की सूचना प्राप्त हो रही है ।
उन्होंने कहा कि बहुत जरूरी है कि 21 दिन के आइसोलेशन का कड़ाई से पालन कराया जाए, इसलिए सर्विलांस टीम की महत्वपूर्ण भूमिका है।
गांव में ग्राम प्रधान की अध्यक्षता वाली ग्राम निगरानी समिति और शहर में सभासद की अध्यक्षता वाली मोहल्ला निगरानी समिति के लोगों से अनुरोध है कि वे निरंतर इस बात का ध्यान रखें कि जो लोग गृह पृथक-वास में रखे गए हैं, वे घरों के अंदर ही रहें। (भाषा)