कोरोना के इस दौर में कुछ बेहद दिलचस्प बातें भी सामने आईं हैं। तरह-तरह की चीजें व्हॉट्सएप्प पर चल रही हैं। इसमें ही एक बात और है जो बहुत पढ़ी जा रही और पसंद की जा रही है।
शायद आपने ध्यान नहीं दिया होगा और अब जब आपको इस बारे में पता चलेगा तो हैरान रह जाएंगे। जी हां, कोराना काल में जिन शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है उन्हें गौर से देखिए, आपको पता चलेगा कि इनमें से ज्यादातर शब्द अंग्रेजी के एल्फाबेट ‘सी’ से शुरु हो रहे हैं। आइए जानते हैं कैसे।
किसी ने सोचा नहीं होगा कि कैसे अल्फाबेट ‘सी’ आपकी जिंदगी में इतनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। कोरोना बीमारी का नाम सी से शुरू होता है। जबकि इसका मेडिकल नाम भी कोविड-19 है यानी वह भी सी से शुरू होता है।
कोरोना के लक्षणों के नामों की शुरुआत भी सी से होती है। जैसे कफ और कोल्ड।
आजकल कहा जा रहा है कोरोना के ‘केस’ बढ रहे हैं यह भी सी से शुरू होता है।
जिसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आती है ऐसे केस को ‘कन्फर्म’ कहा जाता है।
इसी तरह ‘कन्फाइनमेंट’ भी सी से शुरू होने वाला शब्द है।
इसी बीमारी में प्रदूषण के लिए ‘कॅन्टैमिनेशॅन’ शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
इसी तरह ‘कंटेंनमेंट’ का इस्तेमाल होता है जहां रोकथाम की जाना है या जो ऐसे जोन जो ‘कंटेंनमेंट’ एरिया में आते हैं। इसकी शुरुआत भी ‘सी’ से होती है।
इसी समय में कोरोना की वजह से कई शहरों में कर्फ्यू है। यह भी सी से शुरू होता है।
जिन लोगों की मौत हो जाती है, उन्हें सीमेट्री ले जाया जाता है और क्रिमिशन किया जाता है। दोनों ही शब्दों की स्पेलिंग की शुरुआत ‘सी’ से होती है।
कोरोना के लिए अभी जिस संभावित दवाई की बात की जा रही है उसका नाम ‘क्लोरोक्विन’ है। जिसका नाम ‘सी’ से शुरू होता है।
सबसे ज्यादा चौंकाने वाला शब्द चाइना या चीन है जहां से कोरोना वायरस की शुरुआत हुई। इस देश का नाम भी ‘सी’ से ही है।
इसी तरह अंत में इस बीमारी में कहा जा रहा है कि खुद को क्लीन रखो, करैज रखो, कॉपरेट करो और केयर करो। सबसे अंत में क्योर यानी इलाज इस बीमारी में सबसे महत्वपूर्ण है। इन सभी शब्दों की स्पेलिंग में सबसे पहले ‘सी’ आता है।