कोरोना से पूरी दुनिया परेशान है। इससे बचने के लिए तरह-तरह के उपाय बताए जा रहे हैं। इस बीच शोधकर्ताओं ने इस महामारी से बचने के लिए तीन आसान उपाय बताए हैं। शोधकर्ताओं ने कहा कि इन उपायों को अपनाकर दुनिया कोरोना से काफी हद तक बच सकती है।
किलर कोरोना वायरस के कहर से पूरी दुनिया जूझ रही है। अब तक 377,862 लोगों की इस महामारी से मौत हो गई है और करीब 64 लाख लोग कोविड-19 से संक्रमित हैं। इस बीच प्रतिष्ठित पत्रिका लांसेट ने इस महामारी से बचाव के लिए तीन बेहद कारगर तरीके सुझाए हैं। लांसेंट के मुताबिक एक मीटर या उससे अधिक की शारीरिक दूरी, मास्क और आंखों की सुरक्षा से कोरोना का खतरा काफी हद तक खत्म हो जाता है।
कोरोना वायरस संक्रमण को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने से बचा सकती है। यह बात विभिन्न अध्ययनों की एक समग्र समीक्षा में सामने आई है और इसमें यह भी बताया गया है कि शारीरिक दूरी के साथ मास्क और आंखों की भी सुरक्षा से संक्रमण का खतरा बहुत हद तक कम हो जाता है। यह समीक्षा लांसेट जर्नल में प्रकाशित हुई है।
अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि मौजूदा सबूतों की यह समीक्षा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से कराई गई है। कनाडा के मैकमास्टर विश्वविद्यालय के प्रफेसर और समीक्षा के मुख्य लेखक होल्गर शूनेमन ने कहा, ‘शारीरिक दूरी से कोविड-19 के मामले में कमी आने की संभावना है।' शूनेमन डब्ल्यूएचओ के संक्रामक रोगों, अनुसंधान के तरीके और सिफारिशें वाले समन्वय केंद्र के सह-निदेशक भी हैं।
उन्होंने कहा, ‘हालांकि प्रत्यक्ष सबूत सीमित हैं, समुदाय में मास्क का इस्तेमाल सुरक्षा प्रदान करता है और संभवत: एन95 या स्वास्थ्यकर्मियों की ओर से पहने जाने वाले मास्क का इस्तेमाल अन्य मास्क की अपेक्षा इससे ज्यादा सुरक्षा प्रदान करता है।' अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि आंखों की सुरक्षा से अतिरिक्त फायदा मिल सकता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक-दूसरे का सहयोग कर रहे अनुसंधानकर्ताओं ने कोविड-19 के प्रत्यक्ष प्रमाणों और सार्स और मर्स से संबंधित कोरोना वायरस के अप्रत्यक्ष या जुड़े प्रमाणों पर काम किया है। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा है कि इसमें वैश्विक स्तर पर सहयोग बढ़ाने और विभिन्न निजी सुरक्षा की रणनीतियों पर अच्छे से अध्ययन करने की जरूरत है।