क्‍या खराब क्वालिटी के चलते धीमा पड़ा कोवैक्सीन का प्रोडक्शन?

Webdunia
मंगलवार, 3 अगस्त 2021 (00:59 IST)
नई दिल्ली। देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) को मात देने के लिए तेजी से वैक्सीनेशन किया जा रहा है। जुलाई माह तक देश में कुल 47 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग चुकी है। इस बीच कोविड वर्किंग ग्रुप के चीफ डॉ. एन के अरोड़ा ने भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन को लेकर कई बड़ी जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि भारत बॉयोटेक के बेंगलुरु में बने नए प्लांट में कंपनी को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा जिसकी वजह से वैक्सीन के उत्पादन में देरी हुई। एएनआई से बात करते हुए उन्होंने बताया कि इस प्लांट में शुरुआत में तैयार की गई वैक्सीन के शुरुआती बैच के परिणाम अच्छे नहीं थे।
ALSO READ: बाबुल सुप्रि‍यो का यू-टर्न, ‘सांसद रहूंगा, राजनीति नहीं करूंगा’
उन्होंने दावा किया कि शुरुआती दौर में तैयार वैक्सीन की क्वालिटी और रिजल्ट दोनों ही कमजोर थे जिसके बाद पूरे बैच की वैक्सीन को खारिज कर दिया गया था। उनके अनुसार फिलहाल अब सभी दिक्कतों को दूर कर लिया गया है।
ALSO READ: Video : उत्तराखंड में आधे घंटे की बारिश ने ढाया कहर, नदी में बही 2 कारें
भारत बॉयोटेक ने बेंगलुरु प्लांट में हाल ही वैक्सीन का उत्पादन शुरू किया है। डॉ. अरोड़ा ने कहा कि भारत बॉयोटेक तेजी से वैक्सीन का उत्पादन कर रहा है और कंपनी आने वाले हफ्तों में कोविड की लगभग 7-10 करोड़ वैक्सीन की खुराक तैयार कर लेगी।

उन्होंने कहा कि हमारा मकसद है कि हम अपने संसाधनों के माध्यम से वैक्सीनेशन के काम को तेजी से आगे बढ़ाएं और हम दिशा में काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बेंगलुरु के अलावा तीन पब्लिक सेस्टर यूनिट में भी वैक्सीन के उत्पादन की तैयारी चल रही है। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

डोनाल्ड ट्रंप फिर भारत पर भड़के, टैरिफ बढ़ाने की धमकी दी, कहा- रूस से तेल खरीदकर कमाता है भारी मुनाफा

आपके शहर में भी हो सकता है! पुलिस ने जारी किया अलर्ट, भूलकर भी न करें ये काम

मैं बनूंगा प्रेमानंद! साधु बनने के लिए घर से भागा 13 साल का लड़का

रशियन लड़कियों को भारी पड़ा यूक्रेन का ड्रोन अटैक का वीडियो बनाना, हमले के बाद विस्फोट को कर रही थीं शूट

देश में लॉन्च हो रहा है नया इन्वेस्टमेंट ऑप्शन SIF! जानें SIP से कैसे है अलग और कौन कर सकता है निवेश

सभी देखें

नवीनतम

सिंध का पानी आने वाली पीढ़ियों के लिए पंजाब के भूजल को बचाने में सहायक हो सकता है : मुख्यमंत्री

big disasters of uttarakhand : उत्तराखंड की 5 बड़ी प्राकृतिक आपदाएं, जिनमें गई हजारों लोगों की जान

भोपाल-इंदौर को मेट्रोपोलिटन सिटी बनाने का एक्ट विधानसभा से पास, बोले CM मोहन यादव, जेट की गति से विकसित हो रहा इंदौर

Uttarakhand Cloudburst : उत्तराखंड के धराली में बादल फटा, हर्षिल आर्मी कैंप तबाह, कई जवानों के लापता होने की आशंका

कौन थे सत्यपाल मलिक? किसान आंदोलन के बाद मोदी सरकार से कर दी थी बगावत

अगला लेख