नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि ऐसा कोई सबूत नहीं है, जो दुनिया में कोविड-19 महामारी के एकसाथ कई स्थानों पर फैलने के दावे की पुष्टि करता हो। चीन ने दावा किया है कि कोरोनावायरस महामारी पिछले साल कई देशों में फैली।
हर्षवर्धन ने संडे संवाद की छठी कड़ी में सोशल मीडिया पर अपने फॉलोअर्स से संवाद के दौरान कहा कि अब तक यही स्वीकृत है कि दुनिया में पहली बार चीन के वुहान से कोविड-19 महामारी फैली। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चीन ने दावा किया है कि कई देशों में यह बीमारी एकसाथ फैली।
उन्होंने कहा कि लेकिन इस दावे कि (इस बीमारी के संदर्भ में) दुनियाभर में कई स्थानों पर यह बीमारी (एकसाथ फैली) थी, के सत्यापन के लिए एक ही वक्त पर कई देशों से जांच में पुष्टि के पश्चात मामलों के सामने आने पर संगत आंकड़े की जरूरत होगी। लेकिन इस संदर्भ में अब तक कोई ठोस सबूत उपलब्ध नहीं है। इसलिए वुहान में कोविड -19 के मामले आना ही दुनिया में पहला मामला है।
बाजार में चीन में निर्मित ऑक्सीमीटर की बाढ़ आने के संबंध में एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि बाजार से या ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं से ऑक्सीमीटर खरीदते समय उपभोक्ताओं को एफडीए या सीई से स्वीकृत उत्पादों को ही देखना चाहिए और उन्हें आईएसओ या आईईसी विशिष्टताओं का भी ध्यान रखना चाहिए।
हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि ऑक्सीजन स्तर में गिरावट कोविड संक्रमण का लक्षण नहीं है़, क्योंकि ऐसा अन्य रुग्णता स्थितियों में भी हो सकता है। हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में कोरोनावायरस में कोई आनुवांशिक बदलाव नहीं आया है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि फिलहाल देश में किसी भी नासिका संबंधी टीके का परीक्षण नहीं चल रहा है लेकिन सीरम इंस्टीट्यूट या भारत बायोटेक द्वारा आगामी महीनों में नियामकीय मंजूरी के बाद ऐसे टीकों के क्लिनिकल परीक्षण किए जाने की संभावना है। (भाषा)