इंदौर (मध्यप्रदेश)। ब्लैक फंगस के मामलों में वृद्धि के बीच यहां हफ्तेभर में इस संक्रमण से पीड़ित 4 मरीजों की जान बचाने के लिए सर्जनों को उनके ऊपरी जबड़े का आधा हिस्सा काटकर निकालना पड़ा है। शासकीय स्वशासी दंत चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
महाविद्यालय के सहायक प्रोफेसर और मुख व चेहरे के सर्जन अमित रावत ने बताया कि हमारे महाविद्यालय के सर्जनों की टीम पिछले 1 हफ्ते के दौरान ब्लैक फंगस के 50 मरीजों का ऑपरेशन कर चुकी है। संक्रमण की रोकथाम के लिए हमें इनमें से 4 लोगों के ऊपरी जबड़े का आधा हिस्सा सर्जरी के जरिए काटकर निकालना पड़ा है।
रावत ने बताया कि अगर हम मरीज के मुख के भीतर ब्लैक फंगस के संक्रमण को उचित इलाज के जरिए समय रहते रोक देते हैं तो यह उसकी आंख और मस्तिष्क तक नहीं पहुंच पाता जिससे उसकी आंख और जान दोनों बच जाती है। अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल स्थानीय अस्पतालों में ब्लैक फंगस के 350 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं और इनमें इंदौर के अलावा राज्य के अन्य जिलों के मरीज भी शामिल हैं। ब्लैक फंगस का संक्रमण कोविड-19 से उबर रहे और स्वस्थ हो चुके लोगों में से कुछेक में मिल रहा है। (भाषा)