covid 19 के खिलाफ लड़ाई में जुटे स्वास्थ्यकर्मी गुजर रहे भावनात्मक तनाव से

Webdunia
गुरुवार, 23 अप्रैल 2020 (15:00 IST)
मुंबई। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम मार्चे पर डटे स्वास्थ्यकर्मी मरीजों को संभालने का चुनौतीपूर्ण काम तो कर ही रहे हैं, वहीं दूसरी ओर वे एक और लड़ाई लड़ रहे हैं, जो है अपनी चिंताओं और भावनात्मक तनाव को दूर रखने की कोशिश।
ALSO READ: WHO की चेतावनी, लंबी चलेगी Corona से लड़ाई
मुंबई के एक अग्रणी अस्पताल के एक चिकित्सक ने बताया कि यह वक्त चिकित्सा क्षेत्र के पेशेवरों समेत सभी के लिए चुनौतीपूर्ण है। उक्त चिकित्सक अपने एक सहयोगी के संपर्क में आने के बाद से घर में पृथक हैं जिसमें कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण दिखे थे। उनका सहयोगी संक्रमणरहित पाया गया है लेकिन वे कोई शंका नहीं बनी रहने देना चाहते।
 
उक्त चिकित्सक ने बताया कि मैंने बीते 1 महीने से अपने 6 माह के बेटे को छुआ तक नहीं है। मैं अपने घर के एक कमरे में अलग-थलग हूं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अग्रिम मार्चे पर डटे कई लोग थक चुके हैं और उनका सब्र का बांध टूट रहा है।
ALSO READ: Corona Effect: भारत में 2020 के दौरान धन प्रेषण में 23 प्रतिशत कमी की आशंका
डॉक्टर ने बताया कि शुरुआत में हमें लगा था कि हम इस संकट से पार पा लेंगे लेकिन अब अप्रैल भी खत्म होने को आया है और कोरोना वायरस के मामले कम होने के कोई आसार नहीं हैं। मेरे सहयोगियों ने बीते 1 महीने से अपने परिजन से मुलाकात नहीं की है। जूनियर डॉक्टर, नर्सें और अर्द्ध चिकित्साकर्मियों ने इस समय को चुनौती की तरह लिया है।
 
उन्होंने यह भी बताया कि निजी सुरक्षा उपकरण और मास्क आदि लंबे समय तक पहनना भी कोई आसान काम नहीं है, इनमें घुटन होती है और यह भी सुरक्षा की गारंटी नहीं है।
 
एक अस्पताल में वार्ड प्रभारी एक नर्स ने बताया कि जब उन्हें पहली बार पता चला कि उन्हें कोविड-19 के मरीजों की देखरेख करना है तो उन्हें शुरुआत में चिंता हुई। उन्होंने कहा कि कई बार चिंता होती है, यह लगता है कि कहीं मैं अपने परिवार और टीम के लोगों को खतरे में तो नहीं डाल रही। नर्स ने बताया कि मैंने अपने 15 वर्षीय बेटे को उसके नाना-नानी के पास भेज दिया है और हम पति-पत्नी ने दूरी कायम कर रखी है।
 
लेकिन इस महीने की शुरुआत में उक्त नर्स को भी घर में पृथक कर दिया गया, क्योंकि वह एक संक्रमित वार्डब्वॉय के संपर्क में आई थीं तथा वह संक्रमित नहीं पाई गई है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

WhatsApp, Telegram और Snapchat पर देती थी खुफिया जानकारी, पाकिस्तान के लिए जासूस बनी ज्योति मल्होत्रा के बारे में खौफनाक खुलासे

सैन्य कार्रवाई की शुरुआत में पाकिस्तान को सूचित करना अपराध : राहुल गांधी

Pakistan पर बोले RSS चीफ मोहन भागवत, जो दुस्साहस करेगा, भारत उसे सबक सिखाएगा

कौन हैं ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित स्वामी रामभद्राचार्य, राम जन्मभूमि फैसले में निभाई निर्णायक भूमिका

शहबाज शरीफ के जहरीले बोल, कहा- करारा जवाब देंगे, पाक सेना ने रचा इतिहास

सभी देखें

नवीनतम

सीजफायर रहे या न रहे, एलओसी पर बंकरों का निर्माण जारी

इंदौर के राजवाड़ा में लगेगा मोहन यादव सरकार का दरबार

पोल खुलने के डर से घबराया पाकिस्तान, शहबाज शरीफ ने बिलावल भु्‍ट्टो को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी

Operation Sindoor : 7 प्रतिनिधिमंडल दुनिया को देंगे भारत का संदेश, कौन सा दल कहां जाएगा?

अमेरिका में भीषण तूफान, 27 लोगों की मौत

अगला लेख