नई दिल्ली। देश में कोरोनावायरस महामारी की दूसरी लहर के दौरान 594 डॉक्टरों की इस संक्रमण से मौत हो गई जिनमें सबसे अधिक 107 डॉक्टरों ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जान गंवाई। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने यह जानकारी दी है। आईएमए के अनुसार इस महामारी की पहली लहर के दौरान 748 डॉक्टरों की जान चली गयी थी।
आईएमए की कोविड-19 रजिस्ट्री के आंकड़े के अनुसार दूसरी लहर के दौरान दिल्ली में 107 , बिहार में 96, उत्तर प्रदेश में 67, राजस्थान में 43, झारखंड में 39 और आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना में 32 - 32 डॉक्टरों ने इस वायरस के चलते अपनी जान गंवायी।
आईएमए के अध्यक्ष जेए जयलाल ने कहा कि पिछले साल भारत में 748 डॉक्टरों ने कोविड-19 के चलते दम तोड़ दिया था जबकि इस लहर के दौरान कम समय में ही 594 डॉक्टरों की जान चली गई।
आईएमए ने हाल ही में डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और स्वास्थ्य देखभाल प्रतिष्ठानों पर हिंसक घटनाओं के खिलाफ आवाज उठाई और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से देश के स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा के लिए आपातकालीन आधार पर उनकी अपील पर विचार करने और स्वास्थ्य देखभाल हिंसा के खिलाफ एक प्रभावी और मजबूत कानून लागू करने का आग्रह किया है। (इनपुट भाषा)