Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

1 साल में स्थिति और भी भयावह, महाराष्ट्र व दिल्ली जैसे राज्यों में एक नया 'डबल म्यूटेंट' बरपा रहा है कहर

हमें फॉलो करें 1 साल में स्थिति और भी भयावह, महाराष्ट्र व दिल्ली जैसे राज्यों में एक नया 'डबल म्यूटेंट' बरपा रहा है कहर
, रविवार, 11 अप्रैल 2021 (00:06 IST)
नई दिल्ली। अगर कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 को लेकर अब भी आप बेपरवाह हैं तो संभल जाइए। देशभर में कोरोनावायरस संक्रमण की स्थिति भयानक हो गई है। पिछले साल जब लाखों भारतीयों ने कोविड योद्धाओं के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए अपने घरों के बिजली के बल्ब बंद कर दिए थे और मोमबत्ती एवं मिट्टी के दीए जलाए थे तब कई ने संभवत: यह सोचा होगा कि लड़ाई जल्द ही खत्म हो जाएगी, लेकिन तब से एक साल बीत गया है किंतु स्थिति और विकट हो गई है।

भारत में महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे राज्यों में एक नया 'डबल म्यूटेंट' कोविड-19 प्रकार का भी पता चला है, जहां कोरोनावायरस मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। पिछले साल 10 अप्रैल को लाखों लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में देश के ‘सामूहिक संकल्प और एकजुटता’ दिखाने की अपील पर प्रतिक्रिया जताई थी। तब संक्रमितों का आंकड़ा 6,761 था और मृतक संख्या 206 थी।

वर्तमान समय की बात करें तो भारत में शनिवार को कोविड-19 के 1,45,384 नए मामले सामने आए जिससे देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,32,05,926 हो गई जबकि मृतक संख्या बढ़कर 1,68,436 हो गई है। अकेले दिल्ली में शुक्रवार को कोविड-19 के 8,500 नए मामले सामने आए थे जबकि महाराष्ट्र में 58,000 से अधिक नए मामले आए।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 10 राज्यों- महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, मध्यप्रदेश, गुजरात और राजस्थान- में वर्तमान में प्रतिदिन सामने आने वाले कोविड-19 के मामलों में तेजी देखी जा रही है। मंत्रालय ने कहा कि शनिवार को सामने आए नए मामलों में से 82.82 प्रतिशत मामले इन राज्यों से थे।

उपचाराधीन मरीजों की संख्या साढ़े छह महीने के बाद एक बार फिर 10 लाख से अधिक हो गई है। देश में एक दिन में 794 और मरीजों की मौत हुई, जो पिछले साल 18 अक्टूबर के बाद से सबसे अधिक है। भारत में पिछले साल 19 दिसंबर को कोविड-19 संक्रमण के मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। संक्रमण के प्रसार में थोड़े समय के लिए कमी आयी और जनवरी 2021 में स्थिति में सुधार हुआ।

गत 2 फरवरी को देश में एक दिन में सबसे कम सिर्फ 8,635 मामले सामने आए थे। हालांकि यह प्रवृत्ति लंबे समय तक नहीं चली और मार्च 2021 में संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लगे। बड़ी संख्या में स्वास्थ्यकर्मी भी वायरस से संक्रमित हुए हैं, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने टीके की दोनों खुराकें ले ली हैं।

देश में अभी तक 9.78 करोड़ से अधिक कोविड-19 टीके की खुराक स्वास्थ्य सेवा और अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों और 45 से अधिक आयु के लोगों को दी गई है। भारत रात के समय कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगाकर और रोजाना 20 लाख से ज्यादा लोगों को टीके लगाकर कोरोनावायरस की दूसरी लहर को रोकने के प्रयास कर रहा है।

कोरोनावायरस के कई और प्रकार सामने आए हैं और कई विशेषज्ञों का मानना ​​है कि हो सकता है कि ये देश में मामलों में हो रही वृद्धि के लिए जिम्मेदार हों। कोविड-19 के तीन नए प्रकारों की पहचान की गई है जिसमें ब्रिटेन में सामने आया कोविड-19 का स्वरूप, ब्राजील में सामने आया प्रकार और दक्षिण अफ्रीका में सामने आया कोविड-19 का नया स्वरूप शामिल है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

पश्चिम बंगाल में चौथे चरण में 76.16 फीसदी मतदान