जम्मू। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर कई कस्बों और शहरों में फिर से लाकडाउन लगा दिए जाने की खबरों के बाद प्रदेश में कोरोना को लेकर दहशत फैलने लगी है। दहशत का एक कारण प्रदेश में कोरोना से मरने वालों के आंकड़े में होने वाली वृद्धि भी है। नतीजतन 1 अप्रैल से शुरू होने जा रहा ट्यूलिप महोत्सव और अमरनाथ यात्रा के प्रति कोई फैसले लेने पर प्रशासन असमंजस में फंस गया है।
कोरोना से मौतों का ग्राफ बढ़ने लगा है। कश्मीर में पिछले चौबीस घंटे में तीन लोगों ने दम तोड़ दिया। पिछले कई महीनों बाद कश्मीर में एक साथ तीन मौतें हुई हैं। इस बीच प्रदेश में 97 नए संक्रमित मामले मिले हैं, जिसमें कश्मीर संभाग से 81 मामले हैं।
राहत यह है कि प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में 54 संक्रमित मरीज ठीक हुए हैं। इसमें कश्मीर संभाग से 47 हैं। कल प्रदेश में मिले संक्रमित मामलों में 20 यात्री हैं। सर्वाधिक 46 संक्रमित मामले श्रीनगर से मिले हैं, इसमें 14 यात्री हैं। जम्मू में 12 संक्रमित मामले मिले हैं।
प्रदेश में कोरोना 1968 लोगों की जिंदगी लील गया है। इसमें कश्मीर संभाग से 1239 मौतें हुई हैं, जबकि जम्मू संभाग में 729 लोगों ने दम तोड़ दिया। पिछले कुछ हफ्तों में कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ गई थी, लेकिन कुछ समय से संक्रमित मामलों में फिर इजाफा हुआ है। वर्तमान में सक्रिय मामलों का आंकड़ा 899 तक पहुंच गया है। इसमें कश्मीर संभाग से 715 मामले सक्रिय हैं। प्रतिदिन आ रहे संक्रमित मामलों में यात्री भी शामिल हैं।
प्रदेश में जिला रामबन को छोड़कर सभी 19 जिले कोविड से संक्रमित हैं। प्रदेश में पिछले वर्ष 9 मार्च को पहला संक्रमित मामला रिपोर्ट किया गया था, जिसके बाद इस महामारी ने कुछ समय के लिए विकराल रूप धारण किया। उस दौरान प्रतिदिन 2000 तक भी संक्रमित मामले आए और रोजाना 10 से 15 मौतें भी हुईं।
इस बीच केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर में कोरोना से निपटने की मुहिम पर लगातार नजर रखे हुए हैं। केंद्र की टीमें जम्मू कश्मीर के लगातार दौरे कर कोरोना से निपटने के लिए किए जा रहे प्रबंधों की जानकारी लेने के साथ केंद्र से जरूरतों का भी आंकलन कर रही है।