भोपाल। कोरोना संकट के चलते पिछले पांच महीनों से खड़ी बसें अब एक बार सड़कों पर दौड़ती हुई दिखाई देगी। मध्यप्रदेश में यात्री बसों का संचालन पूरी क्षमता के साथ करने के निर्देश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना समीक्षा बैठक के दौरान दिए।
सरकार ने प्रदेश में 20 अगस्त से सभी यात्री बसों को पूरी क्षमता के साथ चलने की अनुमति देने के साथ बसों के संचालन में मास्क के साथ सभी सावधानियों के पूरा पालन करने के निर्देश बस संचालकों को दिए है।
कोरोना संकट के चलते पिछले पांच महीनों से मध्य प्रदेश में बसों के संचालन पर रोक लगी हुई थी वहीं बस संचालक सरकार से टैक्स माफ करने की मांग कर रहे थे।
इंदौर में सीरो सर्वेलैन्स- समीक्षा बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्म्द सुलेमान ने बताया कि इंदौर में कोरोना का सीरो सर्वेलैन्स चल रहा है, जो एक-दो दिन में पूरा हो जाएगा। इस सर्वे से यह पता चल जाएगा कि कितने प्रतिशत जनसंख्या में कोरोना के एण्टीबॉडीज डेवलप हो गए हैं। इसके बाद उज्जैन एवं भोपाल में सीरो सर्वेलैन्स कराया जाएगा।
24 घंटे में आ जाएं रिपोर्ट- समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ जिलों से कोरोना की टैस्टिंग रिपोर्ट लेट आने की सूचना आ रही है। इस संबंध में सभी संभागायुक्त अपने संभाग के जिलों में टैस्टिंग की रिपोर्ट 24 घंटे में आ जाए यह सुनिश्चित करें।
सैम्पलिंग कम न होने के निर्देश – समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ जिलों में टैस्टिंग कम है, अत: संबंधित कलेक्टर्स टैस्टिंग बढ़ाएं। जिलों के लिए बनाए गए प्रभारी अधिकारी अपने प्रभार के जिलों में टैस्टिंग बढ़ाए जाना सुनिश्चित करें। अपने जिलों की पूरी चिंता करें, रोज समीक्षा करें, समय-समय पर वहां के दौरे करें।
कोरोना का रिकवरी रेट 75.4- प्रदेश की रिकवरी रेट 75.4 प्रतिशत है। प्रदेश में कोरोना एक्टिव मरीज 10717 हैं तथा तुलनात्मक दृष्टि से देश में मध्यप्रदेश का 16वां स्थान है। प्रदेश की टैस्टिंग क्षमता 13254 प्रति दस लाख है। उन्होंने प्रदेश की कोरोना टैस्टिंग को बढ़ाने के निर्देश दिए।